Photos: अमेरिका ने भारत को सौंपी 297 बहुमूल्य कलाकृतियां, बाइडन ने PM को दी वापस; पढ़ें इनके बारे में सब कुछ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन को बेशकीमती तोहफे दिए। मोदी ने राष्ट्रपति बाइडन को चांदी की विनटेज ट्रेन का मॉडल दिया। वहीं अमेरिका ने भारत को उसकी 297 प्राचीन बहुमूल्य कलाकृतियां सौंपी हैं। इन कलाकृतियां को भारत से तस्करी के जरिए विदेश ले जाया गया था।
पीटीआई, नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन को बेशकीमती तोहफे दिए। मोदी ने राष्ट्रपति बाइडन को चांदी की विनटेज ट्रेन का मॉडल दिया। वहीं अमेरिका ने भारत को उसकी 297 प्राचीन बहुमूल्य कलाकृतियां सौंपी हैं। इन कलाकृतियां को भारत से तस्करी के जरिए विदेश ले जाया गया था। अमेरिका पिछले 10 साल में भारत को ऐसी 578 ऐतिहासिक वस्तुएं दे चुका है।
इसके साथ, 2014 के बाद से भारत द्वारा बरामद की गई प्राचीन वस्तुओं की कुल संख्या 640 हो गई है, अधिकारियों ने कहा, अकेले अमेरिका से लौटाई गई संख्या 578 होगी। यह किसी भी देश की तरफ से भारत को लौटाई गई सांस्कृतिक कलाकृतियों की अधिकतम संख्या है।
नटराज प्रतिमा भी थी शामिल
पीएम मोदी साल 2021 में जब अमेरिका की यात्रा पर गए थे उस समय भी अमेरिका सरकार ने भारत को 2021 में भी 157 एतिहासिक धरोहरें लौटाई थीं। तब पीएम मोदी अमेरिका के दौरे 2021 में लौटाई गई इन प्राचीन धरोहरों में 12वीं शताब्दी की कांस्य नटराज प्रतिमा भी शामिल थी।
पीएम मोदी ने जताया बाइडन का आभार
पीएम मोदी ने इन कलाकृतियों की वापसी में समर्थन के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि ये वस्तुएं न केवल भारत की ऐतिहासिक भौतिक संस्कृति का हिस्सा थीं, बल्कि इसकी सभ्यता और चेतना के आंतरिक केंद्र का निर्माण करती थीं।
वहीं मोदी ने बाइडन दंपती को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हुए उपहार भेंट किए हैं। जो बाइडन को दी गई चांदी की ट्रेन महाराष्ट्र के कारीगरों की हस्तकला का उत्कृष्ट नमूना है। ये चांदी के शिल्प कौशल में अपनी समृद्ध विरासत के लिए प्रसिद्ध हैं।
भारत की ये खूबसूरत कलाकृतियां उसे वापस मिल गई हैं, इस फोटो में जैन तीर्थंकर शेर और हाथी के जोड़े द्वारा समर्थित एक ऊंचे आसन पर ध्यान कर रहे हैं। दोनों ओर एक पुरुष और महिला परिचारक देवता भी दिखाई देते हैं।
टूटी हुई पट्टिका में एक अलंकृत पंखों वाली महिला आकृति के वक्ष पार्ट को दर्शाया गया है। ये अपने हाथों में फूल का डंठल लिए हुए है।