Mega Rocket launch: चंद्रमा पर फिर से इंसानों को भेजने की तैयारी, मेगा राकेट पर प्रक्षेपण कल
नासा ने कहा- आर्टेमिस 1 अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए नासा के दीर्घकालिक लक्ष्यों में एक महत्वपूर्ण कदम है। आर्टेमिस 1 का प्राथमिक लक्ष्य इंसानों को चंद्रमा पर भेजने से पहले वहां के वातावरण तापमान और अन्य मानकों का विस्तृत परीक्षण करना है।
By Ashisha Singh RajputEdited By: Updated: Sat, 27 Aug 2022 08:14 PM (IST)
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा 50 साल बाद फिर से चंद्रमा पर इंसानों को भेजने की तैयारी कर रही है। नासा का लक्ष्य वर्ष 2024 तक लोगों को चंद्रमा की सतह पर उतारने का है। इसके लिए नासा अपना स्पेस लांच सिस्टम (एसएलएस) मिशन मेगा राकेट आर्टेमिस 1 को सोमवार को लांच करेगा।
आर्टेमिस का लक्ष्य
इसका प्रक्षेपण फ्लोरिडा में कैनेडी स्पेस सेंटर के लांच पैड 39बी से सुबह 8:33 बजे (भारतीय समयानुसार शाम छह बजे) किया जाएगा। आर्टेमिस का लक्ष्य चंद्रमा पर इंसानों को उतारना है। यदि सफल रहा तो आर्टेमिस दिसंबर 1972 में अपोलो 17 के बाद फिर से इंसानों को चंद्रमा पर भेजेगा। आर्टेमिस चंद्रमा और उसके आसपास निरंतर लंबी अवधि तक उपस्थिति की नींव रखेगा।
नासा ने कहा
इससे यह पता लगेगा कि भविष्य की उड़ानों पर अंतरिक्ष यात्री कैसा अनुभव करेंगे। नासा ने कहा, आर्टेमिस 1 अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए नासा के दीर्घकालिक लक्ष्यों में एक महत्वपूर्ण कदम है। आर्टेमिस 1 का प्राथमिक लक्ष्य इंसानों को चंद्रमा पर भेजने से पहले वहां के वातावरण, तापमान और अन्य मानकों का विस्तृत परीक्षण करना है। मिशन के तहत आर्टेमिस -2 को वर्ष 2024 में लांच करना है। वहीं आर्टेमिस- 3 को वर्ष 2025 में लांच किया जाना है।आपको बता दें कि नासा 'वेट ड्रेस रिहर्सल' को पूरा करने के लिए पहले ही तीन बार असफल कोशिशें कर चुकी है। वेट ड्रेस रिहर्सल के दौरान, नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर की टीमें क्रायोजेनिक या सुपर-कोल्ड प्रोपेलेंट को स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) राकेट में लोड करने, लान्च काउंटडाउन का संचालन और लान्च पैड 39B पर प्रोपेलेंट को सुरक्षित रूप से हटाने का अभ्यास कर चुकी है।