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'तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत,' PM मोदी ने की टेक कंपनियों के CEO संग राउंडटेबल मीटिंग

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका की प्रमुख तकनीकी कंपनियों के सीईओ से भारत की विकास गाथा का हिस्सा बनने का आग्रह किया। कहा कि भारत उनके तीसरे कार्यकाल में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। भारत वर्तमान में अमेरिका चीन जर्मनी और जापान के बाद दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जिसका सकल घरेलू उत्पाद लगभग 3.9 ट्रिलियन डालर है।

By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Mon, 23 Sep 2024 11:45 PM (IST)
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टेक कंपनियों के CEO संग पीएम की राउंडटेबल मीटिंग
पीटीआई, न्यूयार्क : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका की प्रमुख तकनीकी कंपनियों के सीईओ से भारत की विकास गाथा का हिस्सा बनने का आग्रह किया। कहा कि भारत उनके तीसरे कार्यकाल में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।

भारत वर्तमान में अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान के बाद दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जिसका सकल घरेलू उत्पाद लगभग 3.9 ट्रिलियन डालर है। भारत पिछले तीन वर्षों से सात प्रतिशत से अधिक की सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर के साथ दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है।

सेमीकंडक्टर क्षेत्र का किया जिक्र

मोदी ने कहा कि कंपनियों को भारत में दुनिया के लिए सह-विकास, सह-डिजाइन और सह-उत्पादन करके देश की विकास गाथा का लाभ उठाना चाहिए। देश की आर्थिक और तकनीकी वृद्धि के अवसरों का उपयोग करना चाहिए। बौद्धिक संपदा की सुरक्षा और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए भारत की गहरी प्रतिबद्धता के बारे में व्यापारिक नेताओं को आश्वस्त करते हुए मोदी ने देश में हो रहे आर्थिक परिवर्तन पर प्रकाश डाला। विशेष रूप से इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विनिर्माण और सेमीकंडक्टर क्षेत्र का उन्होंने जिक्र किया।

पीएम ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार भारत को सेमीकंडक्टर विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह बैठक मोदी की अमेरिका यात्रा के दूसरे चरण के दौरान रविवार को लोटे न्यूयार्क पैलेस होटल में हुई। इसमें एआइ, क्वांटम कंप्यूटरिंग और सेमीकंडक्टर जैसी अत्याधुनिक तकनीकों पर काम करने वाली 15 प्रमुख अमेरिकी कंपनियों के सीईओ ने भाग लिया। मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी के स्कूल आफ इंजीनियरिंग द्वारा आयोजित इस बैठक में शीर्ष अमेरिकी टेक फर्मों के सीईओ शामिल हुए। इनमें गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, एडोब के शांतनु नारायण, एक्सेंचर की जूली स्वीट, एचपी इंक के एनरिक लोरेस, आइबीएम के अरविंद कृष्णा, माडर्ना के चेयरमैन डा. नूबर अफयान और एनवीडिया के सीईओ जेन्सेन हुआंग मौजूद थे।मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, न्यूयार्क में तकनीकी सीईओ के साथ एक उपयोगी गोलमेज बैठक हुई।

इसमें प्रौद्योगिकी, नवाचार और अन्य पहलुओं पर चर्चा की गई। इस क्षेत्र में भारत द्वारा की गई प्रगति पर भी मैंने प्रकाश डाला। मैं भारत के प्रति अपार उम्मीदें देखकर खुश हूं।

अमेरिकी सीईओ बोले-यह भारत का समयएएनआइ के अनुसार, एनवीडिया के सीईओ जेन्सेन हुआंग ने कहा कि यह भारत का समय है। आपको इस अवसर का लाभ उठाना होगा। भारत दुनिया के महानतम कंप्यूटर वैज्ञानिकों का घर है और एनवीडिया आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की नई तकनीक पर भारत के साथ काम करने के लिए उत्सुक है। मोदी के साथ मुलाकात का अनुभव साझा करते हुए हुआंग ने बताया कि उन्होंने इस मुलाकात का आनंद लिया। उन्होंने पीएम मोदी को ''एक अविश्वसनीय छात्र'' करार दिया, जो भारत के लिए अवसरों का पता लगाने की खातिर प्रौद्योगिकी और एआइ के बारे में सीखना चाहते हैं। एक्सेंचर की सीईओ जूली स्वीट ने मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की और कहा कि भारत वास्तव में वैश्विक तकनीकी परि²श्य का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। उनकी कंपनी भारत में अपना कामकाज बढ़ाने की योजना बना रही है। एचपी इंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एनरिक लोरेस ने भी भारत की बढ़ती प्रौद्योगिकी और विनिर्माण क्षमता के प्रति उत्साह व्यक्त किया और कहा कि उनकी कंपनी भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ाएगी।