Quad Summit Updates: मौलिक अधिकारों में क्वाड का विश्वास, आस्ट्रेलिया-जापान ने दिया मुक्त और खुले इंडो पैसिफिक क्षेत्र पर जोर
Quad Leaders Summit नवंबर 2017 में भारत जापान अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग को खुला रखने के संबंध में नयी रणनीति विकसित करने के लिए क्वाड के गठन के लंबित प्रस्ताव को आकार दिया था।
By Monika MinalEdited By: Updated: Sat, 25 Sep 2021 01:36 AM (IST)
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका में शुक्रवार को क्वाड देशों की बैठक हुई। इसकी मेजबानी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने की। इस बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा, आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्काट मारिसन ने हिस्सा लिया। जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा ने कहा, 'क्वाड चार देशों द्वारा एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहल है जो मौलिक अधिकारों में विश्वास करते हैं और जिनका विचार है कि इंडो-पैसिफिक को स्वतंत्र और खुला होना चाहिए।'
इससे पहले आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्काट मारिसन ने भी कहा, 'हम चारों लोकतांत्रिक देश हैं। हम एक ऐसे वैश्विक व्यवस्था में विश्वास करते हैं जो आज़ादी देता है। और हम मुक्त और खुले इंडो पैसिफ़िक क्षेत्र में भरोसा करते हैं।'
क्वाड लीडर्स समिट में शामिल हो रहे चार देशों के प्रमुखों का स्वागत करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, 'वैश्विक आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए भारत में वैक्सीन की अतिरिक्त 1 बिलियन डोज़ के उत्पादन की हमारी पहल ट्रैक पर है।' राष्ट्रपति बाइडन ने मार्च में हुए क्वाड के वर्चुअल बैठक का जिक्र करते हुए कहा, 'जब हम छह महीने पहले मिले थे, तो हमने स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक के हमारे एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता जताई थी। आज मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हम इस दिशा में उत्कृष्ट प्रगति कर रहे हैं।'
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधनसमिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'पहली फिजिकल क्वाड समिट ऐतिहासिक पहल के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन को बहुत बहुत धन्यवाद।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारा क्वाड एक तरह से फोर्स फॉर ग्लोबल गुड की भूमिका में काम करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ' हम 2004 की सुनामी के बाद इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की मदद के लिए एक साथ आए थे। आज जब विश्व कोविड महामारी का सामना कर रहा है तो हम एक बार फिर क्वाड के रूप में एक साथ मिलकर मानवता के हित में जुटे हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'अपने सांझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड ने पाजिटिव सोच, पाजिटिव एप्रोच के साथ आगे बढ़ने का निर्णय लिया है। हमारा क्वाड वैक्सीन इनिशिएटिव इंडो-पैसिफिक देशों की बड़ी मदद करेगा।' प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, 'सप्लाई चेन हो या वैश्विक सुरक्षा, क्लाइमेट एक्शन हो या कोविड रिस्पांस या टेक्नोलॉजी में सहयोग इन सभी विषयों पर मुझे अपने साथियों के साथ चर्चा करने में खुशी होगी।'
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्हाइट हाउस में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय बैठक की। 25 सितम्बर को प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को सम्बोधित करेंगे। क्वाड समिट से बौखलाया चीनचीन ने वाशिंगटन में अमेरिका, भारत, जापान और आस्ट्रेलिया के नेताओं के बीच क्वाड शिखर सम्मेलन को लेकर कहा है कि इसकी कोई प्रासंगिकता नहीं है। चीन का मानना है कि किसी भी क्षेत्रीय सहयोग तंत्र को किसी तीसरे पक्ष को टारगेट नहीं करना चाहिए या उसके हितों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। मार्च में वर्चुअली हुआ था क्वाड समिटबता दें कि इसी साल मार्च में क्वाड नेताओं का पहला सम्मेलन आनलाइन आयोजित हुआ था और अब प्रत्यक्ष हो रहा है। उस वक्त भी सम्मेलन की मेजबानी राष्ट्रपति बाइडन ने ही की थी तथा इसमें मुक्त, खुले, समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए प्रयास करने का संकल्प लिया गया था। भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग को खुला रखने के संबंध में नई रणनीति विकसित करने के लिए क्वाड के गठन के लंबित प्रस्ताव को आकार दिया गया था।विश्व कोविड महामारी का सामना कर रहा है तो हम एक बार फिर क्वाड के रूप में एक साथ मिलकर मानवता के हित में जुटे हैं। हमारा क्वाड वैक्सीन इनिशिएटिव इंडो-पैसिफिक देशों की बड़ी मदद करेगा: क्वाड लीडर्स समिट में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/5k9b88H0P6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 24, 2021