Move to Jagran APP

मलेरिया पर बाइडन के वैश्विक समन्वयक बने राज पंजाबी, बीमारी को खत्म करने का मिला जिम्मा

राज पंजाबी का जन्म लाइबेरिया में जन्म हुआ था। पंजाबी ने अपने परिवार के साथ गृहयुद्ध के दौरान देश छोड़कर अमेरिका में शरण ली थी। जिस समय पंजाबी अमेरिका आए थे उस समय उनकी उम्र सात वर्ष थी।

By Manish PandeyEdited By: Updated: Tue, 02 Feb 2021 02:09 PM (IST)
Hero Image
लाइबेरिया में जन्मे राज पंजाबी ने सात वर्ष की उम्र में अमेरिका में शरण ली थी।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपनी मलेरिया संबंधी पहल के नेतृत्व के लिए भारतीय मूल के डॉक्टर राज पंजाबी को चुना है। राष्ट्रपति की इस पहल का मुख्य उद्देश्य अफ्रीकी और एशियाई देशों में इस रोग पर रोकथाम लगाना है। लाइबेरिया में जन्मे पंजाबी और उनके परिवार ने पिछली सदी के नौवें दशक में गृहयुद्ध के दौरान देश छोड़कर अमेरिका में शरण ली थी। जिस समय पंजाबी अमेरिका आए थे, उस समय उनकी उम्र सात वर्ष थी।

पद की शपथ लेने के बाद पंजाबी ने ट्विटर पर लिखा, 'यह बताते हुए खुशी हो रही है कि अमेरिका के राष्ट्रपति की मलेरिया पहल का नेतृत्व करने के लिए मुझे बतौर समन्वयक नियुक्त किया गया है। सेवा का अवसर देने के लिए मैं बहुत आभारी हूं।'

राज पंजाबी ने कहा कि यह अभियान उनके लिए निजी तौर पर महत्व रखता है। उन्होंने कहा,'मेरे दादा-दादी और माता-पिता भारत में रहने के दौरान मलेरिया से ग्रसित हो गए थे। लाइबेरिया में रहने के दौरान मैं भी मलेरिया के कारण बीमार हुआ था। एक डॉक्टर होने के नाते अफ्रीका में काम करने के दौरान मैंने इस रोग से वहां कई जिंदगियों को खत्म होते देखा है।'

प्रेसीडेंट्स मलेरिया इनिशिएटिव (पीएमआई) की शुरुआत वर्ष 2005 में हुई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अधनोम घेब्रेयसस ने ट्वीट कर पंजाबी को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया, 'मलेरिया समन्वयक के तौर पर नियुक्ति के लिए राज पंजाबी को हार्दिक बधाई। हम लोग मिलकर मलेरिया का खात्मा करेंगे।'