Red Sea: लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमलों को लेकर जयशंकर व अमेरिकी विदेश मंत्री के बीच चर्चा, सहयोग बढ़ाएंगे दोनों देश
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि अपने मित्र ब्लिंकन से इन मुद्दों पर अच्छी चर्चा हुई। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि लाल सागर दुनिया का एक प्रमुख जल मार्ग है जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए एक सुगम मार्ग रहा है। लेकिन हाउती विद्रोहियों के हमले से इस मार्ग पर संकट आ गया है।
पीटीआई, न्यूयार्क। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच लाल सागर में व्यापारिक जहाजों पर हूती विद्रोहियों के हमले, गाजा व यूक्रेन संघर्ष समेत कई मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने को लेकर गुरुवार को चर्चा हुई है। दोनों नेताओं ने टेलीफोन पर हुई चर्चा में दक्षिणी लाल सागर और अदन की खाड़ी में हूती के हमले पर चिंता जताई, जो क्षेत्र में जहाजों के स्वतंत्र संचालन के लिए खतरा बन गए हैं। इन हमलों के चलते इस मार्ग से अंतरराष्ट्रीय व्यापार में कमी आई है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि अपने मित्र ब्लिंकन से इन मुद्दों पर अच्छी चर्चा हुई। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि लाल सागर दुनिया का एक प्रमुख जल मार्ग है जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए एक सुगम मार्ग रहा है। लेकिन हूती विद्रोहियों के हमले से इस मार्ग पर संकट आ गया है।
EAM Jaishankar, US State Secy Blinken discuss maritime security challenges, particularly Red Sea region
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मिलर ने 'एक्स' पर कहा कि ब्लिंकन और जयशंकर के बीच जहाजों की बेरोकटोक आवाजाही को सुरक्षित करने को लेकर एक उत्पादक चर्चा हुई है, हम इसका स्वागत करते हैं। दरअसल, गाजा युद्ध में इजरायल की कार्रवाई का बदला लेने के लिए हूती विद्रोही लाल सागर में व्यापारिक जहाजों को निशाना बना रहे हैं।
वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन से चर्चा का केंद्र बिंदू समुद्री सुरक्षा की चुनौतियां थीं, खासतौर से लाल सागर में हाल के हमले को लेकर। उन्होंने गाजा समेत पश्चिम एशिया की स्थिति पर ब्लिंकन के विचारों की सराहना की। जयशंकर ने कहा कि हमने यूक्रेन संघर्ष को लेकर ताजा स्थिति पर भी विचार-विमर्श किया।