बंदर बताएंगे कौन जीतेगा अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव! पढ़ सकते हैं मतदाताओं का रुझान; रिसर्च में खुलासा
इंसानों की तरह बंदर भी चुनाव का रुझान बता सकते हैं और संकेत दे सकते हैं कि कौन जीतने वाला है। एक शोध के मुताबिक ऐसे फैसले लेने के लिए रीसस मैकाक नामक प्रजाति में भी वह प्रांरभिक प्रवृत्ति होती है जिससे मतदाता अपने उम्मीदवार का चयन करते हैं। जब मतदान जैसे निर्णयों की बात आती है तो लोग उतने तर्कसंगत नहीं होते जितना वे मानना चाहते हैं।
पीटीआई, पेंसिल्वेनिया। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रम्प के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। पोलस्टर और पंडित नतीजों की भविष्यवाणी करने के लिए वोटिंग का ट्रेंड समझने का प्रयास कर रहे हैं।
लेकिन एक शोध से पता चलता है कि इसका जवाब राजनीतिक डेटा या अभियान रणनीतियों में नहीं, बल्कि मानव मस्तिष्क के प्रारंभिक हिस्से की प्रवृत्ति में है? रीसस मैकाक बंदरों के साथ किए गए नए शोध से पता चलता है कि जब मतदान जैसे निर्णयों की बात आती है तो लोग उतने तर्कसंगत नहीं होते जितना वे मानना चाहते हैं।
प्रारंभिक प्रवृत्तियों की वजह से काम नहीं करता मस्तिष्क
शोध के अनुसार मनुष्यों के पास एक तर्कसंगत मस्तिष्क भी होता है, जो सबूत इकट्ठा कर सकता है और उसका मूल्यांकन कर सकता है। यह बिना सोचे-समझे प्रतिक्रिया करने के बजाय सोच-समझकर काम कर सकता है। शोधकर्ता कहते हैं कि ऐसा लगता है कि तर्कसंगत मस्तिष्क उन स्थितियों में प्रारंभिक प्रवृत्तियों की वजह से काम नहीं करता है, जहां तर्कसंगतता लोगों के लिए बेहतर काम कर सकती है।इन कारणों का पता लगाने के लिए शोधकर्ता पिछले 25 वर्षों से रीसस मैकाक का अध्ययन कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार ये बंदर आनुवंशिक रूप से, शारीरिक रूप से और व्यवहारिक रूप से लोगों के समान हैं। इन समानताओं ने शोधकर्ताओं को पोलियो, एचआईवी/एड्स और कोविड-19 के लिए टीकों के विकास के साथ-साथ पार्किंसंस रोग और अन्य विकारों के लिए डीप ब्रेन स्टिमुलेशन उपचार सहित अविश्वसनीय चिकित्सा सफलताएं हासिल करने की अनुमति दी है।
(शोधकर्ता पिछले 25 वर्षों से रीसस मैकाक का अध्ययन कर रहे हैं। Photo- Internet Media)