ग्लोबल साउथ भारतीय संस्कृति का हिस्सा....UNGA प्रमुख रुचिरा कंबोज ने भारत की जी20 अध्यक्षता को सराहा
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा ग्लोबल साउथ के साथ हमारा जुड़ाव सिर्फ नीति का मामला नहीं हैयह हमारी संस्कृति और दर्शन के मूल में समाहित है।जी20 नई दिल्ली नेताओं की घोषणा ने साथी विकासशील देशों के व्यापक विकास के लिए हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत किया। ग्लोबल साउथ के साथ भारत का जुड़ाव नई दिल्ली की संस्कृति और दर्शन के मूल ताने-बाने में रचा-बसा है।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sun, 24 Sep 2023 09:08 AM (IST)
न्यूयॉर्क, ANI। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने शनिवार को न्यूयॉर्क में इंडिया-यूएन फॉर ग्लोबल साउथ: डिलीवरिंग फॉर डेवलपमेंट कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्लोबल साउथ के साथ भारत का जुड़ाव नई दिल्ली की संस्कृति और दर्शन के 'मूल ताने-बाने' में रचा-बसा है।
न्यूयॉर्क में कंबोज ने कहा, 'जहां तक भारत का सवाल है, ग्लोबल साउथ के साथ हमारा जुड़ाव सिर्फ नीति का मामला नहीं है, यह हमारी संस्कृति और दर्शन के मूल में समाहित है। इस महीने की शुरुआत में, जी20 नई दिल्ली नेताओं की घोषणा ने साथी विकासशील देशों के व्यापक विकास के लिए हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत किया।'
कोविड-19 महामारी के दौर को किया याद
कंबोज ने याद दिलाया कि भारत ने COVID-19 महामारी के दौरान लगभग 100 देशों को भारत में निर्मित टीके और 150 देशों को दवाओं की आपूर्ति करके मदद का हाथ बढ़ाया था। रुचिरा कंबोज ने कहा, 'आपमें से कई लोगों को याद होगा कि पूरे कोविड महामारी के दौरान, भारत ने लगभग 100 देशों को भारत में निर्मित टीके उपलब्ध कराकर और 150 देशों को दवाओं की आपूर्ति करके मदद का हाथ बढ़ाया था, जिससे हमें 'द फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड' उपनाम मिला।'#WATCH | At the India-UN Global Summit, Ruchira Kamboj, India's Permanent Representative to the United Nations says, "...As far as India is concerned, our engagement with the Global South is not just a matter of policy, it is ingrained in the very fabric of our culture and… pic.twitter.com/kC6RWgHpAF
— ANI (@ANI) September 23, 2023
कंबोज ने कहा कि भारत की विकास साझेदारियों में काफी विस्तार हुआ है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में भारत-संयुक्त राष्ट्र विकास साझेदारी कोष ने छह वर्षों में 56 विकासशील देशों में 75 परियोजनाओं का एक पोर्टफोलियो सफलतापूर्वक विकसित किया है। इस बीच कंबोज ने कहा, 'हमारी विकास साझेदारी में भी काफी विस्तार हुआ है, जो विभिन्न क्षेत्रों में 78 देशों तक पहुंच गई है और हमने पिछले दशक में 600 परियोजनाएं शुरू की हैं जो हमारे दोस्तों के लिए हमारी सद्भावना के प्रमाण के रूप में खड़ी हैं।'यह भी पढ़े: न्यूयॉर्क में गूंजा भारत का डंका, भूटान के विदेश मंत्री ने जी20 समिट को लेकर PM Modi और जयशंकर के पढ़े कसीदे
75 परियोजनाओं का एक पोर्टफोलियो सफलतापूर्वक विकसित
कंबोज ने आगे कहा कि क्षमता निर्माण भी हमारे विकास दर्शन के मूल में है और हमने अपने भागीदारों की जरूरतों को प्राथमिकता देते हुए 160 से अधिक देशों के 200,000 लोगों को प्रशिक्षण की पेशकश की है। संयुक्त राष्ट्र में, भारत-संयुक्त राष्ट्र विकास साझेदारी निधि, एक एकल देश दक्षिण-दक्षिण पहल ने केवल 6 वर्षों में 56 विकासशील देशों में 75 परियोजनाओं का एक पोर्टफोलियो सफलतापूर्वक विकसित किया है।