आतंकवाद और सुरक्षा परिषद सुधार जैसे मुद्दे यूएन में उठाएगा भारत: रुचिरा कंबोज
संयुक्त राष्ट्र के 78वें सत्र की आम सभा की पूर्व संध्या पर कंबोज ने कहा कि भारत जी-20 के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में वैश्विक दक्षिण के मुद्दे के रूप में जलवायु परवर्तन पर कार्य वित्त और सतत विकास लक्ष्य की ओर ध्यान केंद्रित करेगा।वहीं सोमवार को एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सतत विकास लक्ष्य में सहायक बताया। कहा भारत इसकी क्रांतिकारी भूमिका को समझता है।
By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Tue, 19 Sep 2023 10:53 PM (IST)
संयुक्त राष्ट्र, पीटीआई। युद्ध, जलवायु परिवर्तन व लगातार असमानता से खंडित विश्व के नेता मंगलवार से संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक छत के नीचे एकत्र हो रहे हैं। यूएन में भारत की स्थायी दूत रुचिरा कंबोज ने कहा कि वैश्विक दक्षिण के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों के साथ-साथ आतंकवाद-निरोध, सुरक्षा परिषद सुधार और शांति स्थापना पर जी-20 अध्यक्ष के रूप में भारत का ध्यान सर्वोच्च प्राथमिकताओं में होगा।
एक वीडियो संदेश में क्या कहा रुचिरा कंबोज ने?
रुचिरा कंबोज ने कहा, वैश्विक सहयोग, शांति और सतत विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता के साथ भारत इस सत्र में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएगा। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र की शुरुआत की पूर्व संध्या पर भारत ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाईं। यूएन में भारत की स्थायी दूत रुचिरा कंबोज ने सोमवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि हम एकीकृत वैश्विक परिवार के सिद्धांत से प्रेरित होकर पीएम मोदी द्वारा व्यक्त की गई भावनाओं के अनुरूप दुनिया से सहयोगात्मक प्रयासों के लिए तत्पर हैं। इससे न केवल हमारे संबंधित महाद्वीपों बल्कि पूरे विश्व को लाभ होगा।
(एआइ) को सतत विकास पर दिया जोर
संयुक्त राष्ट्र के 78वें सत्र की आम सभा की पूर्व संध्या पर कंबोज ने कहा कि भारत जी-20 के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में वैश्विक दक्षिण के मुद्दे के रूप में जलवायु परवर्तन पर कार्य, वित्त और सतत विकास लक्ष्य की ओर ध्यान केंद्रित करेगा। वहीं, सोमवार को एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) को सतत विकास लक्ष्य में सहायक बताया। कहा, भारत इसकी क्रांतिकारी भूमिका को समझता है।चुनौतियों से निपटने को अपने नेताओं की ओर देख रही दुनिया
गुटेरस यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र की शुरुआत से पहले कहा कि आज दुनिया मानवता की चुनौती से निपटने लिए अपने नेताओं से कार्रवाई करने की उम्मीद कर रही है। उन्हें अपने आकलन को दुनिया के सामने रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें आज शब्द नहीं बल्कि कार्रवाई की जरूरत है। जलवायु आपात, जीवन यापन संकट के चलते दुनिया में भूख और गरीबी बढ़ रही है। भू-रानीतिक विभाजन ने हमारी क्षमता को कमजोर किया है।
यह भी पढ़ें- सिर्फ नाम से ही नहीं बल्कि देखने में भी 'बड़ा' है नया संसद भवन, राज्यसभा की चकाचौंध से अभिभूत हुए सभी सांसद
वहीं, वर्षों बाद यह पहला अवसर है कि जब सुरक्षा परिषद के पांचों स्थायी सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों में से केवल अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ही संयुक्त राष्ट्र महासभा की वार्षिक बैठक में भाग ले रहे हैं। इस पर पूछे जाने पर गुटेरस ने कहा कि यह कोई वैनिटी फेयर नहीं है, यहां राष्ट्राध्यक्ष या मंत्री अपने देश का प्रतिनिधित्व करता है। देश का प्रतिनिधित्व कौन कर रहा है इससे असर नहीं पड़ता।
यह भी पढ़ें- कुछ इस तरह PM Modi के साथ तमाम सांसद पैदल ही पुरानी संसद से New Parliament पहुंचे, ऐतिहासिक बना हर लम्हा