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Russia: वैगनर सेना प्रमुख प्रिगोजिन के असंतोष की अमेरिका को थी जानकारी, पिछले कई महीनों में मिले थे संकेत

Russia Ukraine War रूस में वैगनर ग्रुप के प्रमुख प्रिगोजिन के विद्रोह की खबर अमेरिका को पहले से थी। हालांकिं यूएस को पुतिन के खिलाफ विद्रोह का अंदाजा नहीं था। अब वैगनर ग्रुप के भविष्य को लेकर भी कई सवाल उठने लगे हैं। प्रिगोजिन ने कई मौकों पर रूसी सेना उसके जनरलों और रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू को सीधे निशाने पर लिया था।

By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Mon, 26 Jun 2023 05:05 AM (IST)
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Russia Ukraine War वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन पर खुलासा।
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी खुफिया संगठनों के पास सूचना थी कि वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन कुछ करने वाला है। अंदाजा लगाया जा रहा था कि वह रूसी सेना के किसी बड़े सैन्य अधिकारी पर हमला कर सकता है लेकिन यह आभास नहीं था कि वह रूसी सत्ता को चुनौती देने वाला दुस्साहस भी कर सकता है।

यह अंदाजा यूक्रेन युद्ध के दौरान वैगनर ग्रुप में रूसी सेना को लेकर बढ़ रहे असंतोष के चलते लगाया जा रहा था।

प्रिगोजिन ने कई रूसी नेताओं पर साधा था निशाना

बीते छह महीनों में प्रिगोजिन ने कई मौकों पर रूसी सेना, उसके जनरलों और रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू को सीधे निशाने पर लिया था। यूक्रेन युद्ध में रूस को हुए भारी नुकसान और जीत हासिल करने में लग रहे ज्यादा समय के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया था। लेकिन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सीधे संपर्क के चलते येवगेनी की बातों पर किसी ने प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की।

प्रिगोजिन ने रोस्तोव के सैन्य मुख्यालय पर कर लिया कब्जा

जब सेना को लेकर वैगनर की नाराजगी बढ़ती गई तब प्रतिक्रिया के रूप में शुक्रवार रात न्याय के लिए आगे बढ़ने का आह्वान करते हुए प्रिगोजिन और उसके लड़ाकों ने पहले रोस्तोव के सैन्य मुख्यालय पर कब्जा किया और उसके बाद मास्को के लिए कूच कर गए।

वैगनर लड़ाके मोर्चों पर लौटे

अब जबकि विद्रोह शांत हो गया है और वैगनर लड़ाके मोर्चों पर लौट गए हैं, उसके बाद संगठन और प्रिगोजिन के भविष्य को लेकर कयास लगने शुरू हो गए हैं। माना जा रहा है कि प्रिगोजिन की अब रूस में वापसी मुश्किल है। वह बेलारूस या किसी अन्य देश में रहकर अपना जीवन बिता सकता है।

रूस में वैगनर के अस्तित्व को लेकर भी अब सवाल है। रूस की सरकार अब इस नाम से सशस्त्र संगठन को नहीं बनाए रखना चाहेगी। सरकार अब बदनाम हो चुके प्रिगोजिन और उसके संगठन को किसी रूप में लोगों की नजरों के सामने नहीं रहने देगी।