यूक्रेन में भीषण लड़ाई के बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने बदला कमांडर, वायु सेना के जनरल सुरोविकिन को सौंपी कमान
यूक्रेन में जारी भीषण लड़ाई के बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने वायु सेना के जनरल सर्गेई सुरोविकिन (Air Force General Sergei Surovikin) को यूक्रेन में लड़ रहे रूसी बलों का समग्र कमांडर बना दिया है। 55 वर्षीय सुरोविकिन की गिनती तेज तर्रार सैन्य अधिकारियों में की जाती है।
मास्को, रायटर। यूक्रेन में जारी भीषण लड़ाई के बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लिया है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को वायु सेना के जनरल सर्गेई सुरोविकिन (Air Force General Sergei Surovikin) को यूक्रेन में लड़ रहे रूसी बलों का समग्र कमांडर बना दिया है। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक बीते एक हफ्ते के भीतर मास्को की ओर से की गई यह तीसरी वरिष्ठ सैन्य नियुक्ति है। इस हफ्ते की शुरुआत में रूस के पांच सैन्य क्षेत्रों में से दो के कमांडरों की कथित बर्खास्तगी के बाद यह नियुक्ति हुई है।
अनुभवी कमांडर माने जाते हैं सुरोविकिन
55 वर्षीय सुरोविकिन (Air Force General Sergei Surovikin) ने 2017 से रूस के वायु और अंतरिक्ष बलों का नेतृत्व किया है। रूसी रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, उन्होंने 2004 में इस्लामिक विद्रोहियों के खिलाफ मास्को के युद्ध के दौरान चेचन्या में तैनात एक गार्ड डिवीजन की कमान संभाली थी। यही नहीं साल 2017 में सीरिया में उनकी सेवा के लिए उन्हें पदक से सम्मानित किया गया था।
यूक्रेन में यूक्रेनी बलों का तीखा पलटवार
यह नियुक्ति ऐसे वक्त में की गई है जब हाल के हफ्तों में रूसी सेना को पूर्वोत्तर और दक्षिणी यूक्रेन में नाटकीय रूप से बड़े उलटफेर का सामना करना पड़ा है। कई मोर्चों पर रूसी बलों को भारी प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। वहीं यूक्रेन को पश्चिमी मुल्कों से मदद मिलनी जारी है। फ्रांस ने भी यूक्रेन को हथियारों की खरीद के लिए एक बड़ी रकम आर्थिक मदद के तौर पर देने का ऐलान किया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट- फ्रांस के फैसले से रूस की बढ़ जाएगी परेशानी
यूक्रेन की मदद करेगा ईयू
इस बीच चेक गणराज्य की राजधानी प्राग में यूरोपीय यूनियन (ईयू) के सभी 27 देशों ने रूसी हमले से जूझ रहे यूक्रेन को ज्यादा आर्थिक और सैन्य सहायता देने पर सहमति जताई है। लेकिन ये देश गैस मूल्य की सीमा निर्धारित करने के फैसले पर नहीं पहुंच पाए। रूसी गैस की आपूर्ति रुकने से हाल के हफ्तों में यूरोपीय देशों में गैस के मूल्य में प्रत्याशित उछाल आया है। ईयू के ज्यादातर सदस्य देश गैस मूल्य की सीमा निर्धारित करने पर सहमत थे लेकिन उससे जुड़ी बातों को लेकर उनमें मतभेद था।
EU ने रूस के 30 लोगों, सात संस्थाओं पर लगाए प्रतिबंध
कुछ देश रूस की गैस का मूल्य निर्धारित किए जाने के पक्षधर थे, तो कुछ देश बिजली के उत्पादन में इस्तेमाल होने वाली गैस के मूल्य निर्धारण के पक्ष में थे। पोलैंड के प्रधानमंत्री मैटियस मोराविस्की ने कहा है कि हर देश बिजली का मूल्य कम करना चाहता है। लेकिन मूल्य की कमी किस तरह से हो, उसके तरीके को लेकर सहमति नहीं है। समिट में जर्मनी, डेनमार्क और नीदरलैंड्स ने गैस मूल्य की सीमा निर्धारित करने के प्रस्ताव का विरोध किया। इस बीच यूरोपीय यूनियन ने रूस के 30 लोगों और सात संस्थाओं व कंपनियों पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
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