Move to Jagran APP

युद्ध का 50वां दिन : धूं-धूं जला रूसी युद्धपोत मस्कवा; भीषण हमले जारी, जेलेंस्की बोले- रूस को धरती पर कब्जा नहीं करने देंगे

यूक्रेन पर रूसी सेना के हमले के 50वें दिन काला सागर में लंगर डाले रूसी विध्वंसक पोत मस्कवा धूं-धूं कर जल उठा। यूक्रेन ने इस पर हमले का दावा किया तो दूसरी ओर रूस ने इसे खारिज किया। वहीं जेलेंस्‍की ने एकबार फ‍िर हुंकार भरी...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Fri, 15 Apr 2022 01:15 AM (IST)
Hero Image
कीव क्षेत्र में बर्बादी का मंजर (Photo REUTERS)

कीव, रायटर। गुरुवार को यूक्रेन पर रूसी सेना के हमले का 50वां दिन था। रायटर ने खबर दी कि काला सागर में लंगर डाले रूसी विध्वंसक पोत मस्कवा गुरुवार को अचानक धूं-धूं कर जल उठा। पानी के बीच उठ रही ऊंची लपटों के मध्य से जैसे-तैसे उसमें सवार नौसैनिकों को बाहर निकाला गया लेकिन विध्वंस के लिए कुख्यात जहाज पर कुछ नहीं बचा। यूक्रेन ने युद्धपोत पर मिसाइल हमले का दावा किया है तो रूस इसे खारिज कर रहा है। जानें 50वें दिन रूस यूक्रेन युद्ध में क्‍या घटनाएं हुईं..

वापस रूस लाया जा रहा मस्‍कवा

इन 50 दिनों में न तो यूक्रेन ने हार मानी है और न ही महाशक्ति का ओहदेदार रूस जीत सका है। युद्ध से दोनों पक्षों को भारी बर्बादी हुई है। गुरुवार को रूस को काला सागर में बड़ा झटका लगा। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि युद्धपोत में लगी आग उसमें रखे शस्त्रों और गोला-बारूद तक पहुंच गई जिसके कारण मस्कवा बर्बाद हो गया। जबकि यूक्रेन ने दावा किया है कि उसके मिसाइल हमले से रूस का विध्वंसक बर्बाद हुआ है। अब इसे वापस रूस ले जाया जा रहा है।

नेपच्यून से किया हमला

बताया जाता है कि मिसाइलों से लैस रूस का विध्वंसक पोत अचानक तेज आवाज के साथ जल उठा। यूक्रेन की दक्षिणी सैन्य कमान ने कहा है कि रूसी युद्धपोत पर स्वदेशी एंटी शिप मिसाइल नेपच्यून से हमला किया गया था जिससे वह बर्बाद हो गया। काला सागर में मौजूद अपने युद्धपोतों से रूसी नौसेना यूक्रेन के तटवर्ती इलाकों में क्रूज मिसाइलों से लगातार हमले कर रही है। इन हमलों से रूसी थलसेना को आगे बढ़ने में मदद मिल रही है।

एंटी शिप वूल्कन मिसाइलों से था लैस फ‍िर भी हुआ तबाह

मिसाइल क्रूजर मस्कवा सोवियत कालीन युद्धपोत था। सोवियत संघ की नौसेना में यह 1983 में कमीशन हुआ था। इसमें 16 एंटी शिप वूल्कन मिसाइलें तैनात थीं। प्रत्येक मिसाइल की मारक क्षमता 700 किलोमीटर थी। इसका रूसी नौसेना की समुद्री ताकत में महत्वपूर्ण योगदान था। मस्कवा की बर्बादी रूसी नौसेना के लिए झटके से कम नहीं है।

जेलेंस्‍की गरजे- मातृभूमिक की करेंगे रक्षा

यूक्रेन ने कहा है कि मस्कवा पर हमला उसका जवाबी वार है जो उसने भारी जन-धन की हानि के बाद किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूसी सेना अब यूक्रेन के पूर्वी और दक्षिणी भागों में अपनी गतिविधियां बढ़ा रही है। उत्तरी और मध्य भाग में अपनी हार की भरपाई करने के लिए वह पूर्व और दक्षिण के भूभागों पर कब्जा करना चाहती है। लेकिन हम उसे सफल नहीं होने देंगे।

खार्कीव, मारीपोल, डोनेस्क और लुहांस्क पर भीषण हमले

इस बीच रूसी सेना के खार्कीव, मारीपोल, डोनेस्क और लुहांस्क पर भीषण हमले जारी हैं। संकेत हैं कि रूसी सेना को एक-दो दिन में मारीपोल पर कब्जे में सफलता मिल सकती है। इस बीच मारीपोल से नागरिकों की निकासी का काम जारी है। रूसी सेना शहर पर कब्जे के लिए नागरिकों की जल्द निकासी कराना चाहती है।