S Jaishankar in New York: संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र कल से, भाग लेने न्यूयार्क पहुंचे भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर
20 सितंबर से शुरू हो रहे महासभा के सत्र को जयशंकर 24 सितंबर को संबोधित करेंगे। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने ट्वीट कर कहा कि संयुक्त राष्ट्र के 77वें सत्र में भाग लेने आए जयशंकर का स्वागत है।
By Ramesh MishraEdited By: Updated: Mon, 19 Sep 2022 10:29 PM (IST)
न्यूयार्क, एजेंसी। संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में भाग लेने के लिए भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर रविवार को न्यूयार्क पहुंच गए हैं। 20 सितंबर से शुरू हो रहे महासभा के सत्र को जयशंकर 24 सितंबर को संबोधित करेंगे। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने ट्वीट कर कहा कि संयुक्त राष्ट्र के 77वें सत्र में भाग लेने आए जयशंकर का स्वागत है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री सत्र से इतर 50 से अधिक द्विपक्षीय व बहुपक्षीय बैठकों में भी भाग लेंगे।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की ओर से आतंकवाद, शांति स्थापना, बहुवाद, जलवायु परिवर्तन आदि प्रमुख मुद्दे होंगे। रुचिरा ने बताया कि जयशंकर पहले दिन अल्बानिया, माल्टा, मिस्त्र और इंडोनेशिया के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकों में शामिल होंगे। वह फ्रांस, भारत और यूएई की त्रिपक्षीय बैठक में भी हिस्सा लेंगे। विदेश मंत्रालय (MEA) के अनुसार, जयशंकर 18 से 24 सितंबर तक न्यूयार्क में रहेंगे, जबकि वह 25 से 28 सितंबर तक वाशिंगटन डीसी का दौरा करेंगे। शनिवार को न्यूयार्क की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद, रविवार को वे तीन दिनों के लिए वाशिंगटन जाएंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार जयशंकर अपनी यात्रा में क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग को मजबूत करने की बात उठाएंगे। अमेरिकी स्थायी प्रतिनिधि लिंडा थामस-ग्रीनबर्ग के अनुसार सत्र के दौरान परिषद सुधार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन इसपर विचार प्रस्तुत करेंगे और अन्य नेताओं के साथ परामर्श भी करने वाले हैं। बता दें कि सप्ताह के दौरान जयशंकर के द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकों सहित 50 से अधिक आधिकारिक कार्यक्रम होने वाले हैं। भारतीय मंत्री शनिवार को यूएनजीए में अपना संबोधन देंगे। सुरक्षा परिषद के सुधार जयशंकर के एजेंडे में शीर्ष मुद्दा होने वाला है, ऐसा इसलिए क्योंकि यह विषय कई दफा भारत उठा चुका है। पीएम मोदी भी इसपर अपनी राय रख चुके हैं।