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Solar Storm: 20 साल बाद पृथ्वी से टकराएगा भंयकर सौर तूफान, कई देशों की गुल हो जाएगी बत्ती; भारत में क्या होगा असर?

20 साल से अधिक समय बाद सबसे शक्तिशाली सौर तूफान ( Solar Storm ) शुक्रवार को पृथ्वी से टकराने वाला है। अमेरिका की वैज्ञानिक एजेंसी नेशनल ओशनिक एंट एटमास्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) ने सौर तूफान को लेकर चेतवानी जारी की है। उन्होंने कहा है कि इससे सैटेलाइट्स के लिए मुश्किलें पैदा हो सकती है। साथ ही पावर ग्रिड कम्यूनिकेशन नेटवर्क और इलेकट्रोनिक उपकरणों के लिए खतरा पैदा हो सकता है।

By Agency Edited By: Nidhi Avinash Updated: Sat, 11 May 2024 11:53 AM (IST)
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20 साल बाद पृथ्वी से टकराएगा भंयकर सौर तूफान (Image: ANI)
एएनआई, बोल्डर (कोलोराडो)। Solar Storm: 20 साल से अधिक समय बाद सबसे शक्तिशाली सौर तूफान ( Solar Storm ) शुक्रवार को पृथ्वी से टकराने वाला है। अमेरिका की वैज्ञानिक एजेंसी नेशनल ओशनिक एंट एटमास्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) ने सौर तूफान को लेकर चेतवानी जारी की है। उन्होंने कहा है कि इससे सैटेलाइट्स के लिए मुश्किलें पैदा हो सकती है। साथ ही पावर ग्रिड , कम्यूनिकेशन नेटवर्क और इलेकट्रोनिक उपकरणों के लिए खतरा पैदा हो सकता है।

कब आएगा सौलर तूफान?

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, आज रात और हफ्ते के आखिरी में यह सौर तूफान धरती से टकराएगा, जिससे अमेरिकी एजेंसी की चिंता बढ़ गई है। वेदर प्रेडिक्शन सेंटर के अनुसार, ऐसा सौर तूफान अक्टूबर 2003 में देखा गया था। इसके बाद से ऐसी खगोलीय घटना कई वर्षों में नहीं देखी गई।

इससे बढ़ेंगे यह खतरे

यह भू-चुंबकीय तूफान चरम स्तर तक बढ़ गया है, जिसे स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर ने 5 में से 5 रेटिंग दी है। 2003 के बाद से ऐसी कोई सौर गतिविधि नहीं देखी गई है। सीएनएन के अनुसार, इससे क्मयूनिकेशन नेटवर्क, सैटेलाइट संचालन और हाई फ्रिक्वेंसी रेडियो वेव का खतरा बढ़ सकता है। इससे बाइडन प्रशासन सहित अधिकारियों को सतर्कता बरतनी पड़ेगी। 

वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी कि सूर्य से निकलने वाली रेडिएशन और कोरोनल मास इजेक्शन में वृद्धि से पृथ्वी पर  संचार बाधित हो सकता है। जीपीएस सिस्टम, अंतरिक्ष यान और अंतरिक्ष यात्रियों को भी इससे मुश्किलें आ सकती है। 

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