अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में तीसरा भारतवंशी शामिल, इस पार्टी की ओर से मैदान में उतरे हर्षवर्धन सिंह
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में भारतवंशी हर्षवर्धन सिंह भी शामिल हो गए हैं। वह ऐसे तीसरे भारतवंशी हैं जो इस दौड़ में शामिल हैं। सिंह ने खुद को राष्ट्रपति पद के लिए एकमात्र शुद्ध उम्मीदवार बताया क्योंकि उन्होंने कभी कोविड टीकाकरण नहीं कराया। एरोस्पेस इंजीनियर हर्षवर्धन ने एक वीडियो में कहा है कि अमेरिका के लोग टेक और दवा कंपनियों के भ्रष्टाचार का सामना कर रहे हैं।
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में भारतवंशी हर्षवर्धन सिंह भी शामिल हो गए हैं। वह ऐसे तीसरे भारतवंशी हैं, जो इस दौड़ में शामिल हैं। अगले वर्ष होने वाले इस चुनाव के लिए दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर निक्की हेली और उद्यमी विवेक रामास्वामी भी अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं।
टेक और दवा कंपनियों पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
सिंह ने खुद को राष्ट्रपति पद के लिए एकमात्र शुद्ध उम्मीदवार बताया, क्योंकि उन्होंने कभी कोविड टीकाकरण नहीं कराया। एरोस्पेस इंजीनियर हर्षवर्धन ने एक वीडियो में कहा है कि अमेरिका के लोग टेक और दवा कंपनियों के भ्रष्टाचार का सामना कर रहे हैं।
निजता को निशाना बना रही तकनीकी कंपनियांः हर्षवर्धन
अमेरिका के पारिवारिक मूल्यों और माता पिता के अधिकार पर सीधा हमला किया जा रहा है। बड़ी दवा कंपनियां जहां सरकार के साथ मिलकर सभी लोगों को प्रायोगिक वैक्सीन लगाने को मजबूर कर फायदा कमा रही है। वहीं, तकनीकी कंपनियां हमारी निजता को निशाना बना रही हैं।
रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की दौड़ में हुए शामिल
उन्होंने कहा कि हमारी राजनीतिक और विरोध वाले दृष्टिकोण पर सेंसरशिप लगा रही है। अमेरिका के मूल्यों को स्थापित करने के लिए एक मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता है। इन्हीं सब कारणों से मैं रिपब्लिकन पार्टी की ओर से अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हुआ हूं।