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ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में ट्रंप, युवाओं के स्वास्थ्य पर हो रहा खतरनाक असर

ई-सिगरेट से अब तक अमेरिका में छह लोगों की मौत हो चुकी है और 450 लोग फेफड़े की बीमारी से परेशान हैं।

By Manish PandeyEdited By: Updated: Thu, 12 Sep 2019 05:55 PM (IST)
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ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में ट्रंप, युवाओं के स्वास्थ्य पर हो रहा खतरनाक असर
वाशिंगटन, प्रेट्र। ई-सिगरेट (e-cigarettes) से जुड़ी मौतों और किशोरों के स्वास्थ्य पर इसके खतरनाक असर को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहे हैं। ट्रंप ने बुधवार को कहा कि ई-सिगरेट की लत खासतौर पर बच्चों में नई समस्या बनकर उभरी है। ई-सिगरेट से अब तक अमेरिका में छह लोगों की मौत हो चुकी है और 450 लोग फेफड़े की बीमारी से परेशान हैं।

बच्चों और किशोरों में ई-सिगरेट की बढ़ती लत के मद्देनजर ट्रंप ने व्हाइट हाउस में स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स अजार के साथ बैठक की। इस बैठक के बाद अजार ने कहा कि फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) तंबाकू फ्लेवर समेत सभी तरह की ई-सिगरेट पर पाबंदी लगाने का खाका तैयार करेगा।

अमेरिका में ई-सिगरेट मैंगो, क्रीम, मिंट, मेंथॉल, कैंडी, फ्रूट और एल्कोहल फ्लेवर में आसानी से उपलब्ध है, जिससे बच्चों को इसकी लत लग जा रही है। स्वास्थ्य पर ई-सिगरेट के खतरनाक प्रभाव को देखते हुए पीडि़त बच्चों के माता-पिता, शिक्षाविद और सिविल सोसायटी के लोग इसे प्रतिबंधित करने की मांग कर रहे हैं।

बता दें कि इस हफ्ते की शुरुआत में न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू क्यूमो ने मिशिगन की तरह पूरे राज्य में फ्लेवर्ड ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा था। सैन फ्रांसिस्को ने एक कदम औऱ आगे बढ़ते हुए सभी ई-सिगरेट की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया।

स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग ने कहा कि प्रारंभिक आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले 30 दिनों में अमेरिका के हाई स्कूल के एक चौथाई से अधिक छात्रों ने ई-सिगरेट का इस्तेमाल किया, जो पिछले साल की तुलना में 20.8% अधिक है।