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UK News: अमेरिकी कोर्ट में भारतीय मूल के व्यक्ति को सुनाई सजा, ड्रग्स के लिए अपने माता-पिता को किया प्रताड़ित

UK News अमेरिकी कोर्ट ने भारतीय मूल के एक व्यक्ति को जेल की सजा सुनाई है क्योंकि वो अपने माता-पिता को ड्रग्स के पैसों के लिए हमेशा प्रताड़ित करता था। यहां तक की आरोपी पर पहले से भी कई मामले दर्ज थे।

By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Sat, 01 Apr 2023 10:19 AM (IST)
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माता-पिता को प्रताड़ित करने के आरोप में यूके में एक व्यक्ति को भेजा गया जेल
लंदन, एजेंसी। एक 49 वर्षीय भारतीय मूल के व्यक्ति को यूके में अपने माता-पिता को मजबूर करने और उन्हें भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करने के आरोप में जेल में डाल दिया गया है। बर्मिंघम लाइव ने बताया कि आरोपी को ड्रग्स लेने की आदत थी, जिसके लिए वो हमेशा अपने माता-पिता से पैसे मांगा करता था, जिसकी वजह से माता-पिता अपने क्रूर बेटे के व्यवहार से अपमानित और उदास महसूस करते थे।

पहले भी माता-पिता को बचने का आदेश हुआ था जारी

वॉल्वरहैम्प्टन क्राउन कोर्ट ने 27 मार्च को मामले की सुनवाई की। सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया गया कि आरोपी देवन पटेल ड्रग्स के पैसों के लिए पूरे दिन में 10 बार अपने माता-पिता को फोन करता था और अगर वो फोन का उत्तर नहीं देते थे, तो वो इनके घर ही पहुंच जाता था।

सजा सुनाते हुए, न्यायाधीश जॉन बटरफ़ील्ड केसी ने कहा कि पटेल ने अपने माता-पिता अपनी नशीली दवाओं के लिए पैसे मांगकर कई हद तक परेशान कर दिया था। यहां तक कि 2009 और 2013 में उसके माता-पिता को उससे बचाने के लिए आदेश भी जारी किए गए थे।

अक्सर माता-पिता के घर आकर हंगामा करता था आरोपी

अभियोजक सारा एलेन ने कहा कि पटेल ने तीन बार आदेश का उल्लंघन किया और वह बिलस्टन, वॉल्वरहैम्प्टन में उनके घर पर पहुंच गया। उसके बाद उसने घर में तह तक हंगामा किया था, जब तक उसके माता-पिता ने उसे 28 पाउंड नहीं दे दिए।

अभियोजक एलन ने अदालत को बताया कि देवन पटेल ड्रग्स का आदी हो चुका था, जिसकी वजह से उसके परिवार वालों को समझ आ चुका था कि वो अपनी किसी भी जिम्मेदारी को पूरा नहीं करने वाला है।

आरोपी पर पहले से कई मामले दर्ज

पटेल के परिवार ने तय कर लिया था कि वो पुलिस को बता देंगे कि अब उनके पास बिल्कुल पैसे नहीं बचे हैं, जो वो देवन पटेल को दे सकेंगे। फिलहाल, पटेल कार्डिफ की एक जेल में बंद है और उस पर बेईमानी, दुकानदारी और चोरी के पहले भी कई मामले दर्ज किए गए हैं। साथ ही उसने स्वीकार किया है कि उसने 21, 25 और 27 जनवरी को निरोधक आदेश के उल्लंघन किया था।