NATO में शामिल होने के लिए यूक्रेन को किन कठिनाइयों का करना होगा सामना, बाइडन ने किस मानक का पालन करने को कहा?
रूस और यूक्रेन दोनों देशों के बीच जारी युद्ध के बीच एक बार फिर यूक्रेन को बड़ा झटका लगा है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि यूक्रेन को नाटो में शामिल होने के लिए सभी मानकों को पूरा करना होगा। फाइल फोटो।
By Sonu GuptaEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sun, 18 Jun 2023 12:58 AM (IST)
नई दिल्ली, सोनू गुप्ता। यूक्रेन पर रूस का आक्रामक रुख पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। वहीं, रूस और यूक्रेन दोनों देशों के बीच जारी युद्ध के बीच एक बार फिर यूक्रेन को बड़ा झटका लगा है। इस बार यह झटका रूस या फिर किसी अन्य दुश्मन देशों के नहीं दिया है बल्कि इस बार यूक्रेन को झटका अमेरिका ने दिया है। इस झटके से यूक्रेन का नाटो में शामिल होने का सपना एक बार फिर टूटता हुआ दिख रहा है।
यूक्रेन को नाटो में शामिल करने पर क्या बोले राष्ट्रपति बाइडन?
दरअसर, अगले माह लिथुआनिया में अमेरिका के वर्चस्व वाले उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) नेताओं की बैठक होने वाली है। बैठक से एक माह पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि यूक्रेन को नाटो में शामिल होने के लिए सभी मानकों को पूरा करना होगा। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि इस सैन्य गठबंधन में शामिल करने के लिए यूक्रेन को किसी भी तरह की कोई विशेष व्यवस्था नहीं की जाएगी।
राष्ट्रपति बाइडन ने यूक्रेन को नाटो में शामिल करने पर क्या कहा?
उन्होंने कहा, "यूक्रेन को अन्य देशों की ही तरह सामान्य मानकों को पूरा करना होगा। और हम इसे आसान नहीं बनाने जा रहे हैं। नाटो सैन्य गठबंधन में शामिल होने के लिए यूक्रेन के पास कोई आसान रास्ता नहीं है। इस संगठन में शामिल होने के लिए अमेरिका यूक्रेन के लिए विशेष व्यवस्था नहीं करेगा।"
क्या है बुखारेस्ट वादा जिसको नाटो ने अभी तक नहीं किया पूरा?
मालूम हो कि साल 2008 में बुखारेस्ट में नाटो का शिखर सम्मेलन हुआ था। इस दौरान 1991 के अंत तक सोवियत संघ का हिस्सा रहे यूक्रेन को नाटो में शामिल होने की सहमति व्यक्त की थी। इस दौरान नाटो के सभी सदस्य देशों ने कहा था कि यूक्रेन को नाटो गठबंधन में शामिल कर लिया जाएगा। हालांकि, नाटो नेताओं ने इस दिशा में अभी तक किसी भी तरह के कदम उठाने से परहेज किया है।