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संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी ग्रुपों की बढ़ती संख्या को बताया चुनौती, पश्चिम एशिया और अफ्रीका में हथियारों के प्रसार पर जताई चिंता

खासकर आईएस की ओर से मानवरहित विमान प्रणालियों और विस्फोटक उपकरणों का निरंतर बढ़ते उपयोग को लेकर उन्होंने चिंता जाहिर की है। कई सदस्य देशों का कहना है कि अफगानिस्तान में बढ़ते आतंकी ग्रुपों की वजह से क्षेत्र में सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है। कई देशों ने पुष्टि की कि सनाउल्लाह गफारी अब भी जीवित है और आईएस का नेता बना हुआ है।

By Jagran News Edited By: Siddharth ChaurasiyaUpdated: Wed, 28 Feb 2024 04:58 PM (IST)
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अफगानिस्तान में बढ़ते आतंकी ग्रुपों की वजह से क्षेत्र में सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है।
पीटीआई, संयुक्त राष्ट्र। आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने 2021 के बाद से अफगानिस्तान में छोड़े गए प्रतिबंधित तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के भंडार से हथियार प्राप्त किए हैं। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए आईएस की ओर से उत्पन्न खतरे पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की 18वीं रिपोर्ट में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने विशेष रूप से अफगानिस्तान, पश्चिम एशिया और अफ्रीका में हथियारों के प्रसार के बारे में चिंता व्यक्त की है।

खासकर आईएस की ओर से मानवरहित विमान प्रणालियों और विस्फोटक उपकरणों का निरंतर बढ़ते उपयोग को लेकर उन्होंने चिंता जाहिर की है। कई सदस्य देशों का कहना है कि अफगानिस्तान में बढ़ते आतंकी ग्रुपों की वजह से क्षेत्र में सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है। कई सदस्य देशों ने पुष्टि की, कि सनाउल्लाह गफारी अब भी जीवित है और आईएस का नेता बना हुआ है, जो कथित तौर पर कुनार प्रांत में स्थित है।

इसमें कहा गया है कि संभवत: कुनार में जमात-उल-अहरार प्रशिक्षण केंद्र से बाहर निकलते समय गफारी को निशाना बनाया गया, जिससे संभवत: वह घायल हो गया था। इस महीने की शुरुआत में जारी हुए एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया था पहले के मुकाबले आईएस की क्षमता बढ़ गई है। पहले जहां इसके पास 2200 लड़ाके थे वहीं यह संख्या बढ़कर 4000 हो गई है। साथ ही यह भी कहा गया था कि तालिबान में आतंकी संगठनों को पहले के मुकाबले काफी छूट मिली हुई है।