George Floyd Death: अमेरिका में हालात बेकाबू, व्हाइट हाउस तक पहुंची हिंसा की आग; वाशिंगटन डीसी समेत देश के 40 शहरों में कर्फ्यू
अमेरिका में हालात बेकाबू हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों द्वारा की जा रही हिंसा और तोड़फोड़ को देखते हुए वाशिंगटन डीसी समेत देश के 40 शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
By Sanjeev TiwariEdited By: Updated: Tue, 02 Jun 2020 01:08 AM (IST)
वाशिंगटन, एजेंसियां। पुलिस हिरासत में अश्वेत व्यक्ति जार्ज फ्लॉयड की मौत के बाद लगातार छह रातों से झुलस रहे अमेरिका में हालात और बेकाबू हो गए। तोड़फोड़ हिंसा आगजनी से शहर के शहर दहल रहे हैं। 40 शहरों में कफ्र्यू लगा दिया गया है। हिंसा की आग व्हाइट हाउस तक पहुंच चुकी है। अमेरिकी राष्ट्रपति के निवास के करीब तक पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने उपद्रव किया। उग्र भीड़ ने इमारतों पर फहरा रहे अमेरिकी राष्ट्रीय ध्वज को आग के हवाले कर दिया। बाद में सड़कों पर पेड़ गिराकर आवागमन बाधित कर दिया।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े। हिंसा फैलाने के आरोप में देश भर में चार हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार लिया गया है। देश भर में हिंसक घटनाओं में अब तक पांच लोगों की जान जा चुकी है और दर्जनों सुरक्षा अधिकारी घायल हो चुके हैं। हिंसा से नाराज राष्ट्रपति ट्रंप ने सभी राज्यों के गवर्नरों को जमकर फटकार लगाई है। इस बीच विभिन्न स्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात व्हाइट के बाहर प्रदर्शनकारियों के जमा होने पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कुछ समय के लिए एक भूमिगत बंकर में ले जाया गया था।
ट्रंप बंकर में लगभग एक घंटे तक रहे। बाद में उन्हें ऊपर लाया गया। अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप और उनके बेटे बैरन को भी बंकर में ले जाया गया था। प्रदर्शनकारियों द्वारा की जा रही हिंसा और तोड़फोड़ को देखते हुए राजधानी वाशिंगटन डीसी समेत देश के 40 शहरों में कर्फ्यू लगाना पड़ा है। वर्जीनिया में आपातकाल के साथ ही कैलिफोर्निया में सोमवार तक सभी सरकारी इमारतों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए 15 शहरों में पांच हजार नेशनल गार्ड के जवान तैनात हैं। दो हजार अतिरिक्त जवानों को अलर्ट पर रखा गया है।
कठोर रुख अपनाएं गवर्नर उधर सोमवार को ट्रंप ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए सभी राज्यों के गवर्नरों को संबोधित करते हुए हिंसा पर रोक न लगा पाने पर उन्हें जमकर फटकार लगाई। उन्होंने विपक्षी दल डेमोक्रेटिक पार्टी के गवर्नरों पर ज्यादा नाराजगी दिखाई। उन्होंने कहा कि आप लोगों के रवैये पर दुनिया हंस रही है। आप यदि हिंसा नहीं रोक पाएंगे तो किसी काम के नहीं रह जाएंगे। आप को कठोर होना पड़ेगा। आप कठोर नहीं हुए तो ये अराजकतावादी आप को रौंदकर निकल जाएंगे। आप लोगों को हिंसा रोकने के लिए फौरन अपने राज्य में नेशनल गार्ड की तैनाती करनी चाहिए। उन्होंने खुद के भी कठोर होने की बात कहते हुए देश के अटार्नी जनरल बिल बार से कहा कि लूटपाट करने वाले और देश का झंडा जलाने वालों की बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां की जाएं और उन्हें सख्त सजाएं देने के लिए जरूरी हो तो कड़े कानून भी बनाए जाएं। हिंसा के लिए उन्हें वामपंथी चरमपंथियों पर शक है।
हालीवुड फ्लॉयड के समर्थन में अश्वेतजार्ज फ्लॉयड की मौत के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के समर्थन में समूचा हॉलीवुड आ गया है। प्रमुख हॉलीवुड स्टूडियो डिज्नी, वार्नर ब्रदर्स, पैरामाउंट, नेटफ्लिक्स, अमेजन और द एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर्स ने अश्वेत समुदाय के समर्थन में एक बयान जारी किया है। डिज्नी ने एक बयान में कहा,'हम नस्लवाद के खिलाफ हैं। हम समावेशी विकास का समर्थन करते हैं। हम अपने अश्वेत कर्मचारियों, रचनाकारों और पूरे अश्वेत समुदाय के साथ खड़े हैं। हमें इस समय एकजुट होना चाहिए और नस्लवाद के खिलाफ बोलना चाहिए।'
पिचई बोले, नस्ली समानता का समर्थन करता है गूगलगूगल ने रविवार को नस्ली समानता का समर्थन करते हुए अपने वेबसाइट के होमपेज पर एक संदेश प्रकाशित किया। कंपनी के सीईओ सुंदर पिचई ने एक ट्वीट में कहा कि आज यूएस गूगल और यूट्यूब अपने होमपेज पर जार्ज फ्लॉयड, ब्रेओना टेलर, अहमद अरबरी की याद में और नस्ली समानता के पक्ष में एकजुटता प्रदर्शित करता है। इस तरह की घटनाओं से दुखी, क्रोधित और भय महसूस करने वालों को हम यह भरोसा देते हैं कि वह अकेले नहीं हैं।' इस संदेश के साथ ही पिचई ने गूगल होमपेज की एक तस्वीर भी शेयर की है। होमपेज के नीचे एक ब्लैक रिबन है और उसके बराबर में लिखा है, 'हम नस्ली समानता का समर्थन करते हैं।' यूट्यूब ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के आइकन के रंग को लाल से काला कर दिया है।
अमेरिकी पुलिस में नस्लवाद से इन्कारराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार राबर्ट ओ ब्रायन ने इस बात से इन्कार किया है कि अमेरिकी पुलिस में नस्लवाद जड़ों तक घुसा हुआ है। उन्होंने कहा कि 99.99 फीसद अधिकारी पूर्ण रूप से अमेरिकी है। इनमें से कई अफ्रीकी और एशियाई भी हैं। हालांकि कुछ बुरे लोगों के चलते पुलिस पर ऐसे आरोप लगते रहते हैं।फ्लॉयड के वकील ने कहा, मामला फर्स्ट डिग्री हत्या से जुड़ा
गिरफ्तार श्वेत पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन पर थर्ड डिग्री हत्या का आरोप लगाया गया है, लेकिन फ्लॉयड के वकील बेंजामिन क्रंप ने सीबीएस न्यूज से बात करते हुए कहा कि यह मामला फर्स्ट डिग्री हत्या से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि प्रथमदृष्टया चाउविन का इरादा फ्लॉयड को मौत के घाट ही उतारना ही था। इसी इरादे से उसने नौ मिनट तक उसके गले को दबाए रखा है। इस बीच फ्लॉयड के परिवार ने अपने स्तर से निजी डाक्टरों के जरिए कराए गए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट जारी करने की बात कही है।
मिनीपोलिस में प्रदर्शनकारियों के बीच घुसा ट्रक रविवार को मिनीपोलिस के हाईवे पर प्रदर्शन कर रहे लोगों के एक ट्रक घुस गया। बाद में प्रदर्शनकारियों ने चालक को पकड़कर बुरी तरह पीट दिया। किसी प्रदर्शनकारी के घायल होने की खबर नहीं है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। ट्रक ओहियो की ट्रांसपोर्ट कंपनी का था।हिंसा के पीछे माना जा रहा चरमपंथी संगठनों का हाथ
अमेरिकी अधिकारी इस बात का पता लगाने में जुट गए हैं कि कहीं ¨हसक प्रदर्शनों के बीच चरमपंथी संगठन तो शामिल नहीं हैं। साथ ही वह सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाई जा रही झूठी सूचनाओं पर भी नजर रख रहे हैं। दरअसल, पहले जब प्रदर्शन शुरू हुए तो यह शांतिपूर्ण थे, लेकिन अचानक ही यह हिंसक हो गए। शुरुआत में यह कहा गया है कि इसमें वामपंथी संगठनों का हाथ है, लेकिन अब विशेषज्ञ इस बात का भी पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि कहीं इन प्रदर्शनों के बीच चरमपंथी संगठन तो नहीं हैं। वहीं पिछले दिनों सोशल मीडिया तो 200 से कम यूजर वाले ग्रुप में हुई अप्रत्याशित वृद्धि पर भी पुलिस की नजर है।