रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस भेजे जाने पर UN ने भारत से मांगा स्पष्टीकरण
एजेंसी ने कहा कि जेल में बंद शरणार्थियों को शरण देने के लिए भारत को कई बार अनुरोध किया लेकिन उन्हें भारतीय अधिकारियों से इसपर कोई जवाब नहीं मिला।
By TaniskEdited By: Updated: Sat, 05 Jan 2019 12:37 PM (IST)
संयुक्त राष्ट्र, पीटीआइ। शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त (UNHCR) ने रोहिंग्या शरणार्थियों के एक समूह को म्यांमार वापस भेजने को लेकर भारत के फैसले पर खेद व्यक्त किया है। एजेंसी ने इसपर चिंता व्यक्त करते हुए भारत से स्पष्टीकरण मांगा है। एजेंसी के महासचिव,फरहान के लिए उप प्रवक्ता हक ने संवाददाताओं से शुक्रवार को कहा 'हमें खेद है कि भारत में रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों को पिछले तीन महीने में दूसरी बार वापस म्यांमार भेज दिया गया है'।
एजेंसी ने कहा कि भारत में UNHCR के साथ पंजीकृत राखीन राज्य के रोहिंग्या शरणार्थियों के एक परिवार को असम में हिरासत में लिए जाने के बाद गुरुवार को म्यांमार वापस भेज दिया गया। वे 2013 से भारत में अवैध प्रवेश के लिए जेल में थे। एजेंसी ने कहा कि जेल में बंद शरणार्थियों को शरण देने के लिए भारत को कई बार अनुरोध किया लेकिन उन्हें भारतीय अधिकारियों से इसपर कोई जवाब नहीं मिला।
अक्टूबर 2018 के बाद यह दूसरी ऐसी घटना थी,जब भारत ने सात रोहिंग्यायों को म्यांमार वापस भेज दिया गया। इसे लेकर एजेंसी ने कहा कि रोहिंग्या की म्यांमार में वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे भारत से इसपर जवाब मांगना जारी रखेंगे। बता दें कि UNHCR से पंजीकृत भारत में इस वक्त 18,000 रोहिंग्या शरणार्थी रह रहे हैं।
अक्टूबर 2018 के बाद यह दूसरी ऐसी घटना थी,जब भारत ने सात रोहिंग्यायों को म्यांमार वापस भेज दिया गया। इसे लेकर एजेंसी ने कहा कि रोहिंग्या की म्यांमार में वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे भारत से इसपर जवाब मांगना जारी रखेंगे। बता दें कि UNHCR से पंजीकृत भारत में इस वक्त 18,000 रोहिंग्या शरणार्थी रह रहे हैं।