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Israel-Hamas War: युद्ध के बीच गाजा में मानवीय सहायता के लिए तैनात होगा समन्वयक, संयुक्त राष्ट्र ने प्रस्ताव को दी मंजूरी

इजरायल-हमास युद्ध के बीच संयुक्त राष्ट्र ने मानवीय सहायता को बढ़ावा देने के लिए अहम फैसला लिया है। संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के तहत गाजा में मानवीय राहत शिपमेंट की निगरानी के लिए एक समन्वयक की नियुक्ति की घोषणा की है। नीदरलैंड की निवर्तमान वित्त मंत्री सिग्रीड काग गाजा के लिए वरिष्ठ मानवीय और पुनर्निर्माण समन्वयक होंगी।

By Agency Edited By: Mohd Faisal Updated: Wed, 27 Dec 2023 01:50 AM (IST)
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Israel-Hamas War: युद्ध के बीच गाजा में मानवीय सहायता के लिए तैनात होगा समन्वयक (फाइल फोटो)
रायटर, वॉशिंगटन। इजरायल-हमास युद्ध के बीच संयुक्त राष्ट्र ने मानवीय सहायता को बढ़ावा देने के लिए अहम फैसला लिया है।

संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के तहत गाजा में मानवीय राहत शिपमेंट की निगरानी के लिए एक समन्वयक की नियुक्ति की घोषणा की है।

नीदरलैंड के वित्त मंत्री को मिली ये जिम्मेदारी

संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान में कहा कि नीदरलैंड की निवर्तमान वित्त मंत्री सिग्रीड काग गाजा के लिए वरिष्ठ मानवीय और पुनर्निर्माण समन्वयक होंगी और वह यह जिम्मेदारी 8 जनवरी को संभालेंगी।

संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इस भूमिका में वह गाजा के लिए मानवीय राहत की खेप की सुविधा, समन्वय, निगरानी और सत्यापित करेंगे। बता दें कि नीदरलैंड की वित्त मंत्री सिग्रीड काग हथियार विशेषज्ञों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम की प्रमुख थी।

युद्धविराम का नहीं किया आह्वान

हालांकि, सुरक्षा परिषद के इस प्रस्ताव में युद्धविराम का आह्वान नहीं किया गया। उल्लेखनीय है कि इजरायल और हमास के बीच 11 सप्ताह से जारी युद्ध के कारण गाजा में बढ़ती मौत पर वैश्विक आक्रोश के बीच अमेरिका ने 15 सदस्यीय परिषद को संयुक्त अरब अमीरात द्वारा तैयार प्रस्ताव को अपनाने की अनुमति नहीं दी है।

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11 सप्ताह से जारी है युद्ध

इजरायल और हमास के बीच 11 सप्ताह से युद्ध जारी है। इजरायली सेना की कार्रवाई में गाजा में हजारों लोगों की जान जा चुकी है। अमेरिका और इजरायल ने युद्धविराम का विरोध किया है। उनका मानना है कि इससे केवल हमास को फायदा होगा। 7 अक्टूबर को हमास द्वारा 1,200 लोगों की हत्या करने और 240 नागरिकों को बंधक बना लिया गया था।

फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इजरायली हमलों में लगभग 21,000 लोग मारे गए हैं और कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।

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