Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

US-China: अमेरिकी एयर फोर्स जनरल ने की चीन-अमेरिका जंग की भविष्यवाणी, कहा- 2025 में हो सकता है युद्ध

अमेरिकी एयर फोर्स जनरल माइक मिन्हान ने वायु सेना के कमांडरों को एक ज्ञापन भेजा है जिसमें चीन के साथ संभावित युद्ध की तैयारी करने के लिए कहा गया है। वहीं ताइवान की सरकार का कहना है कि वह शांति चाहती है लेकिन हमला होने पर वह अपनी रक्षा करेगी।

By AgencyEdited By: Babli KumariUpdated: Sun, 29 Jan 2023 09:26 AM (IST)
Hero Image
अमेरिकी एयर फोर्स जनरल ने की चीन-अमेरिका जंग की भविष्यवाणी (फाइल फोटो)

वाशिंगटन, एजेंसी। US Air Force General Warning War With China in 2025 अमेरिकी के एक एयर फोर्स जनरल माइक मिनिहान (Mike Minihan) ने चीन के साथ युद्ध होने की भविष्यवाणी की है। माइक मिनहान ने शुक्रवार को वायु सेना के अधिकारियों को एक ज्ञापन (Memo) भेजा, जिसमें चीन के साथ अगले दो वर्षों में युद्ध होने की भविष्यवाणी की गई है।

माइक मिनिहान ने अधिकारियों को जो ज्ञापन भेजा है, उसमें उन्होंने कहा है कि 'अमेरिका 2025 में चीन के साथ युद्ध में होगा'। इसी के साथ उन्होंने वायु सेना के कमांडरों को तैयारियां करने की सलाह दी है। अमेरिकी मामलों को कवर करने वाली मुख्यधारा की अंग्रेजी मीडिया के कई माध्यमों ने माइक मिनिहान के इस ज्ञापन की खबर प्रकाशित की है।

अमेरिका और चीन के बीच 2025 में हो सकती है लड़ाई

इस मेमो में अमेरिकी वायु सेना के एयर मोबिलिटी कमांड के प्रमुख जनरल माइक मिन्हान ने कहा कि मुझे आशा है कि मैं गलत हूं, लेकिन मेरा मन कहता है कि अमेरिका और चीन में 2025 में लड़ाई हो सकती है।

मिन्हान ने मेमो में कहा कि क्योंकि ताइवान और अमेरिका दोनों में 2024 में राष्ट्रपति चुनाव होंगे, इसलिए अमेरिका का ध्यान भटकेगा और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पास ताइवान पर कब्जा करने का अवसर होगा। उन्होंने कहा कि हमें अपने लक्ष्यों को निर्धारित करना होगा। जिसमें एक मजबूत, तैयार, एकीकृत और फुर्तीली ज्वाइंट फोर्स टीम भी शामिल है।

दुश्मनों पर जीत हासिल करने के लिए रहेंगे तैयार- अमेरिकी जनरल 

ये सैनिक ताइवान के अंदर किसी भी हमले को रोकने और दुश्मनों पर जीत हासिल करने के लिए तैयार रहेंगे। इस हस्ताक्षरित मेमो एयर मोबिलिटी कमांड के सभी एयर विंग कमांडरों और वायु सेना के अन्य ऑपरेशनल कमांडरों को संबोधित कर भेजा गया है।

बीजिंग के शासन को स्वीकार करने के लिए चीन ने स्वशासित द्वीप पर हाल के वर्षों में अपने राजनयिक, सैन्य और आर्थिक दबाव बढ़ा दिए हैं। ताइवान की सरकार का कहना है कि वह शांति चाहती है लेकिन हमला होने पर वह अपनी रक्षा करेगी।

यह भी पढ़ें- अमेरिका में नहीं थम रहा अश्वेत व्यक्तियों पर पुलिस की हिंसा, पिछले साल एक हजार से अधिक लोगों की हुई मौत