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हाउती विद्रोहियों पर किन-किन हथियारों से कहर बरपा रहे अमेरिका और ब्रिटेन? तस्वीरों में देखें

यमन के (US UK strikes on Houthis) ईरान समर्थित हाउती विद्रोहियों ने चेतावनी दी कि हाउती ठिकानों पर अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना के किसी भी हमले से भयंकर सैन्य प्रतिक्रिया होगी। चेतावनी के 4 घंटे बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने लाल सागर में यमन के हाउती विद्रोहियों के खिलाफ हमले शुरू कर दिए। बता दें गाजा में इजराइल के सैन्य हमले के विरोध में हाउती आतंकी हमला कर रही हैं।

By Agency Edited By: Nidhi Avinash Updated: Sat, 13 Jan 2024 02:25 PM (IST)
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हाउती विद्रोहियों पर अमेरिका और ब्रिटेन का अटैक (Image: AP)
एपी, वॉशिंगटन। Red Sea Attacks: दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण शिपिंग मार्गों में से एक लाल सागर है। इजरायल-हमास युद्ध के कारण यहां कुछ महीनों से तनाव बढ़ गया है। दिसंबर महीने में यमन के हाउती आतंकवादियों ने 12 बार कमर्शियल जहाजों पर हमला या जब्त कर लिया है। आपको बता दें कि यमन बाब अल-मंडेब जलडमरूमध्य (Bab el-Mandeb strait) के करीब स्थित है, जो लाल सागर की ओर जाता है।

यमन के ईरान समर्थित हाउती विद्रोहियों ने आज चेतावनी दी कि हाउती ठिकानों पर अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना के किसी भी हमले से भयंकर सैन्य प्रतिक्रिया होगी। इस चेतावनी के 4 घंटे बाद ही अमेरिका और ब्रिटेन ने लाल सागर में यमन के हाउती विद्रोहियों के खिलाफ हमले शुरू कर दिए।

अमेरिका और ब्रिटेन कर रहा लगातार हमले

अमेरिकी और ब्रिटिश सेनाएं गुरुवार को एक बड़े जवाबी हमले में यमन में ईरान समर्थित हाउती द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक दर्जन से अधिक साइटों पर बमबारी की। वहीं, दो अमेरिकी अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि अमेरिकी सेना यमन में हाउती सेना के खिलाफ एक अतिरिक्त हमला कर रही है।

इसी कड़ी में आपको दिखाते है अमेरिका के वो शक्तिशाली हाथियार जिससे यमन में हाउती विद्रोहियों के ठिकानों पर किए गए हमले:

आरएएफ टाइफून विमान (Eurofighter Typhoon)

यमन में सैन्य ठिकानों के खिलाफ हवाई हमले करने के लिए आरएएफ टाइफून विमान उड़ना भरता हुआ, तस्वीरे 12 जनवरी, 2024 की है।

अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन ऑपरेशन के दौरान यमन में सैन्य ठिकानों पर हमला करने के बाद आरएएफ टाइफून विमान आरएएफ अक्रोटिरी पर हुआ लैंड।

बता दें कि आरएएफ अक्रोटिरी, साइप्रस के भूमध्यसागरीय द्वीप पर एक बड़ा रॉयल एयर फोर्स सैन्य हवाई अड्डा है।

आरएएफ वोयाजर विमान (RAF Voyager Aircraft)

यमन में सैन्य ठिकानों के खिलाफ हवाई हमले करने के लिए आरएएफ वोयाजर विमान उड़ान भरता हुआ, तस्वीर 12 जनवरी, 2024 की है।

एफ/ए-18 सुपर हॉर्नेट (F/A-18 Super Hornet)

हाउती आतंकवादी की साइटों को लक्षित करने के लिए 11 जनवरी, 2024 को एफ/ए-18 सुपर हॉर्नेट लॉन्च किया गया।

Sea Viper missiles सी वाइपर मिसाइल

यूनाइटेड किंगडम के रक्षा मंत्रालय द्वारा बुधवार, 10 जनवरी, 2024 को एचएमएस डायमंड के ऑपरेशन रूम से ली गई इस तस्वीर में, सी वाइपर मिसाइलों को लाल सागर में दागे जाने के लिए तैयार किया गया।

इजरायल-हमास के कारण बढ़ा तनाव

बता दें कि गाजा में इजराइल के सैन्य हमले के विरोध में हाउती आतंकी लाल सागर में इजरायल से जुड़े जहाजों पर हमला कर रहे हैं। इससे पहले नवंबर में, हाउती उग्रवादियों ने गैलेक्सी लीडर नाम के भारत जा रहे जहाज को भी अपहरण कर लिया था। बता दें कि जिन जहाजों को निशाना बनाया गया उनमें से ज्यादातर का इजरायल से कोई संबंध नहीं है।

हाउती विद्रोह में कौन-कौन सा देश शामिल?

इटली, स्पेन और फ्रांस ने शुक्रवार को यमन में हाउती समूह के खिलाफ अमेरिकी और ब्रिटिश हमलों में हिस्सा नहीं लिया। साथ ही 10 देशों द्वारा हमलों को उचित ठहराने वाले एक बयान पर भी हस्ताक्षर नहीं किया। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, अमेरिकी और ब्रिटिश युद्धक विमानों, जहाजों और पनडुब्बियों ने रात भर में यमन में दर्जनों हवाई हमले किए। 

नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और बहरीन ने ऑपरेशन के लिए खुफिया सहायता प्रदान की। वहीं, जर्मनी, डेनमार्क, न्यूजीलैंड और दक्षिण कोरिया ने इन छह देशों के साथ रात भर हुए हमलों का बचाव करते हुए एक संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए।

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