Red Sea Crisis: यमन में युद्ध के आसार, अमेरिकी सेना ने हाउती-नियंत्रित एक और साइट पर किया हमला
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन द्वारा लाल सागर में शिपिंग की रक्षा करने की कसम खाने के बाद दो अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका ने शुक्रवार को यमन की हाउती सेना के खिलाफ एक अतिरिक्त हमला किया। अमेरिकी अधिकारियों में से एक ने कहा कि रडार साइट को निशाना बनाया गया है। हाउती हमलों को रोकने के अमेरिकी सैन्य प्रयास में रडार बुनियादी ढांचा एक प्रमुख लक्ष्य रहा है।
रॉयटर्स, वॉशिंगटन। लाल सागर में युद्ध जैसी संभावना बनती जा रही है। हूतियों पर अमेरिका ने धावा बोल दिया है। दो अमेरिकी अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि अमेरिकी सेना यमन में हाउती सेना के खिलाफ एक अतिरिक्त हमला कर रही है। इससे पहले अमेरिका ने लाल सागर शिपिंग पर हमला करने की हाउती सेना की क्षमता को कम करने के लिए देश के 30 स्थानों पर हमले किए थे।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को चेतावनी दी थी कि अगर जरूरत पड़ी को वह सख्त कार्रवाई करने में जरा भी संकोच नहीं करेंगे। अमेरिकी सेना हूतियों के सैन्य ठिकानों पर हवाई और समुद्री मार्ग से जोरदार हमले कर रही हैं।
60 से अधिक लक्ष्यों को निशाना बनाकर किया हमला
शुक्रवार को हमले के पहले दिन 28 स्थानों पर हमला किया गया और 60 से अधिक लक्ष्यों को निशाना बनाया गया। एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिका ने अतिरिक्त स्थान, एक रडार साइट निर्धारित की है, जो अभी भी समुद्री यातायात के लिए खतरा है। इससे पहले शुक्रवार को, अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा हाउती विद्रोहियों को निशाना बनाते हुए कई हवाई हमले किए गए थे।अमेरिकी नौसेना ने अमेरिकी ध्वज वाले जहाजों को अगले 72 घंटों के लिए लाल सागर और अदन की खाड़ी में यमन के आसपास के इलाकों से दूर रहने की चेतावनी भी दी थी। अमेरिकी सेना और व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि हाउती जवाबी हमला करने की कोशिश करेंगे।