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चीन को रोकने में भारत निभाएगा अहम भूमिका, अमेरिका और यूरोप कर रहे इस पर चर्चा; बांग्लादेश के हालात पर भी जताई चिंता

US-EU Dialogue अमेरिका और यूरोपीय संघ ने दो दिवसीय यूएस-ईयू डायलॉग ऑन चाइना और यूएस-ईयू हाई-लेवल कंसल्टेशन ऑन द इंडो-पैसिफिक की छठी बैठक में चीन से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान वैश्विक चुनौतियों से निपटने में भारत के साथ जुड़ाव के महत्व पर भी चर्चा की गई। बैठक में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भी चिंता जताई गई।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Thu, 12 Sep 2024 08:10 PM (IST)
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अमेरिका और यूरोपीय संघ ने बांग्लादेश के हालातों को लेकर भी बातचीत की। (File Image)

पीटीआई, वाशिंगटन। अमेरिका और यूरोपीय संघ ने चीन पर अपनी बातचीत के हिस्से के रूप में समुद्री क्षेत्र, ऊर्जा और हिंद-प्रशांत में कनेक्टिविटी सहित वैश्विक चुनौतियों से निपटने में भारत के साथ जुड़ाव के महत्व पर चर्चा की।

यह चर्चा दो दिवसीय यूएस-ईयू डायलॉग ऑन चाइना और यूएस-ईयू हाई-लेवल कंसल्टेशन ऑन द इंडो-पैसिफिक की छठी बैठक का हिस्सा थी। वार्ता का नेतृत्व अमेरिका की ओर से उप विदेश मंत्री कर्ट कैंपबेल और यूरोपीय संघ की ओर से यूरोपीय एक्सटर्नल एक्शन सर्विस (ईईएएस) के महासचिव स्टेफानो सन्नीनो ने किया।

बांग्लादेश के हालात पर भी चर्चा

इस दौरान अमेरिका और यूरोपीय संघ ने बांग्लादेश के हालातों को लेकर भी बातचीत की। कैंपबेल और सन्नीनो ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस द्वारा उपयोग की जाने वाली वस्तुओं को लेकर चिंता भी जताई। उन्होंने माना कि रूस के सैन्य-औद्योगिक अड्डे के लिए चीन का निरंतर समर्थन रूस को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध जारी रखने में सक्षम बना रहा है।