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Israel Hamas War: इजरायल को हर कदम पर मदद दे रहा अमेरिका, पहुंच रही बेहतरीन हथियारों और युद्धक विमानों की खेप

एक दूसरा अमेरिकी कैरियर स्ट्राइक ग्रुप शुक्रवार को नॉरफॉक वर्जीनिया से रवाना हुआ। अब अमेरिका का विशेष अभियान बल योजना और खुफिया जानकारी की मदद से इजरायली सेना की सहायता कर रहे हैं। हालांकि अमेरिकी वायु सेना कौन से अतिरिक्त मिशन अपना सकती है इसको लेकर न तो वायु सेना ने इस पर कोई टिप्पणी की और न ही मध्य कमान इस पर कोई बयान दिया है।

By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Fri, 13 Oct 2023 09:44 AM (IST)
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इजरायल को लगातार हथियारों की खेप भेज रहा अमेरिका

एपी, वाशिंगटन। हमास की ओर से शुरू किए गए हमले के कुछ घंटों बाद ही अमेरिका, इजरायल की मदद के लिए आगे आ गया। दरअसल, अमेरिका ने इस क्षेत्र में इजरायल की मदद करने के लिए युद्धपोतों और विमानों को भेजना शुरू कर दिया। 

हथियारों की दूसरी खेप पहुंची इजरायल

एक दूसरा अमेरिकी कैरियर स्ट्राइक ग्रुप शुक्रवार को नॉरफॉक, वर्जीनिया से रवाना हुआ। अब अमेरिका का विशेष अभियान बल योजना और खुफिया जानकारी की मदद से इजरायली सेना की सहायता कर रहे हैं। इसके अलावा, पहले भी अमेरिका ने हथियारों की एक खेप इजरायल भेजी थी। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही और भी कई खेप भेजे जाएंगे।

अधिक सक्षम है अमेरिकी सेना

अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन शुक्रवार को इजरायल पहुंचे है, जहां वह इजरायली नेताओं से मुलाकात करेंगे और इस बात पर चर्चा करेंगे कि अमेरिका और किस तरह से वो इजरायल की मदद कर सकते हैं। मालूम हो कि अमेरिका की ओर से भेजे गए जहाजों और युद्धक विमानों का पहला उद्देश्य है कि वह एक ऐसे पावर को स्थापित कर सके, जो हिजबुल्लाह, ईरान या अन्य देशों को इस स्थिति का फायदा उठाने से रोक सके। दरअसल, अमेरिका ने इस क्षेत्र की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर सैन्य अब तक भी जो सहायता सेनाएं भेजी हैं , वे इन सबसे कहीं अधिक सक्षम हैं।

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हथियार और विशेष संचालन बल

अमेरिका ने इजरायल को कुछ कर्मी और बहुत जरूरी हथियार मुहैया कराए हैं। अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने घोषणा की कि एक छोटा विशेष अभियान सेल अब खुफिया जानकारी और योजना के साथ इजरायल की मदद कर रहा है और बंधकों की रिहाई के प्रयासों पर इजरायली रक्षा बलों को सलाह और परामर्श दे रहा है।

अमेरिका, अमेरिकी रक्षा कंपनियों से भी इजरायल द्वारा पहले से ही दिए गए हथियारों के ऑर्डर में तेजी लाने के लिए कह रहा है, जिसमें सबसे प्रमुख इजरायल की आयरन डोम वायु रक्षा प्रणाली के लिए युद्ध सामग्री हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को कहा, "हम आयरन डोम को फिर से भरने के लिए गोला-बारूद और इंटरसेप्टर सहित अतिरिक्त सैन्य सहायता बढ़ा रहे हैं। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि इजरायल के पास अपने शहरों और अपने नागरिकों की रक्षा के लिए इन महत्वपूर्ण हथियारों की कमी न हो।"

मालूम हो कि आयरन डोम की मिसाइलें इसके शहरों की ओर आने वाले रॉकेटों को निशाना बनाती हैं। रेथियॉन के मुताबिक, इजरायल के पास ऐसे 10 सिस्टम हैं। इजरायल रक्षा बलों के मुताबिक, 7 अक्टूबर के हमले से शुरुआत करते हुए, हमास ने इजरायल पर 5,000 से अधिक रॉकेट दागे हैं, जिनमें से अधिकांश को सिस्टम रोकने में सक्षम रहा।

बता दें कि रेथियॉन अमेरिका में आयरन डोम के लिए अधिकांश मिसाइल घटकों का उत्पादन करता है और सेना के पास इसके स्टोर में दो सिस्टम हैं। अमेरिका द्वारा इजरायल को दी जाने वाली आयरन डोम युद्ध सामग्री इजरायल द्वारा की गई मांगों से अधिक होगी और चल रहे सैन्य सहायता पैकेजों का हिस्सा होगी।

नेवी का जहाज और विमान (Navy Ships And Planes)

अमेरिकी प्रतिक्रिया के सबसे स्पष्ट उदाहरणों में से एक रविवार को पेंटागन द्वारा जेराल्ड आर. फोर्ड कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को इजरायल की ओर भेजने की घोषणा करना है। दरअसल, हाल ही में वाहक ने इटालियन नौसेना के साथ एक अभ्यास पूरा किया था, तभी लगभग 5,000 के चालक दल के साथ जहाज को जल्द से जल्द पूर्वी भूमध्य सागर में जाने का आदेश दिया गया था।

यह कैरियर एक प्राथमिक कमांड और नियंत्रण संचालन केंद्र है और सूचना युद्ध का संचालन करने में भी सक्षम है। यह E2-हॉकआई निगरानी विमानों को लॉन्च और लैंड करा सकता है। विमान मिसाइल प्रक्षेपण पर पहले ही चेतावनी दे देते हैं, निगरानी करते हैं और हवाई क्षेत्र का प्रबंधन करते हैं। यह न केवल दुश्मन के विमानों का पता लगाते हैं, बल्कि अमेरिकी गतिविधियों को निर्देशित भी करते हैं।

फोर्ड के पास F-18 फाइटर जेट हैं, जो अवरोधन उड़ा सकते हैं या निर्धारित लक्ष्य पर हमला कर सकते हैं। वाहक के पास मानवीय कार्यों के लिए महत्वपूर्ण क्षमताएं भी हैं, जिसमें एक आईसीयू और आपातकालीन कक्ष है, जिसमें लगभग 40 चिकित्सक, सर्जन और डॉक्टर शामिल हैं। यह हेलीकॉप्टरों के साथ रवाना होते हैं, जिनका उपयोग महत्वपूर्ण आपूर्ति को अंदर लाने या पीड़ितों को बाहर निकालने के लिए किया जा सकता है।

शुक्रवार को, यूएसएस ड्वाइट डी. आइजनहावर कैरियर स्ट्राइक ग्रुप नॉरफॉक, वर्जीनिया के अपने होम पोर्ट को छोड़ देगा और भूमध्य सागर के लिए रवाना हो जाएगा, जो नौसेना की इजरायल प्रतिक्रिया को दोगुना ताकतवर बना देगा। आइजनहावर को पहले से ही नियमित रोटेशन पर भूमध्य सागर में तैनात करने के लिए निर्धारित किया गया था और फोर्ड अपनी तैनाती के बेहद करीब है।

वायु सेना के लड़ाकू विमान (Air Force Warplanes)

पेंटागन ने पूरे मध्य पूर्व के ठिकानों पर A-10, F-15 और F-16 स्क्वाड्रन को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त युद्धक विमानों को भी भेजने का आदेश दिया है। जरूरत पड़ने पर और भी अन्य युद्धक भेजे जा सकते हैं।

अमेरिकी वायु सेना के पास इस क्षेत्र में मानवयुक्त और मानव रहित अभियान चलाने के लिए पहले से ही महत्वपूर्ण वायुशक्ति है। केंडल ने यह भी कहा कि हमलों के बाद से वायुसेना C-17 इजरायल में उतरे और चले गए। हालांकि, संघर्ष के जवाब में अमेरिकी वायु सेना कौन से अतिरिक्त मिशन अपना सकती है, इसको लेकर न तो वायु सेना ने इस पर कोई टिप्पणी की और न ही मध्य कमान इस पर कोई बयान दिया है।

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