Move to Jagran APP

Covid KP.3 Variant: अमेरिका में अब कोरोना के नए वेरिएंट की एंट्री, नहीं थम रहा प्रकोप; JN1 से भी खतरनाक हो रहा साबित

COVID New variant KP.3 अमेरिका में एकबार फिर कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों ने बताया कि देश में अब कोरोना का एक नया वेरिएंट सामने आया है। इस वेरिएंट का नाम KP.3 है जो अब अमेरिका में 25 फीसद से अधिक कोरोना पीड़ितों में पाया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन इस पर कारगर साबित हो रही है।

By Agency Edited By: Mahen Khanna Updated: Sat, 15 Jun 2024 04:40 PM (IST)
Hero Image
New COVID variant KP.3 अमेरिका में फिर बढ़े कोरोना के मामले।
एजेंसी, वाशिंगटन। अमेरिका में कोरोना के मामलों में फिर से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों ने बताया कि देश में अब नया COVID वेरिएंट (KP.3 COVID strain) सामने आया है। इस वेरिएंट का नाम KP.3 है जो अब अमेरिका में 25 फीसद से अधिक कोरोना पीड़ितों में पाया गया है। 

नया वेरिएंट पहले के JN.1 वेरिएंट से भी खतरनाक साबित हो रहा है। KP.3 वेरिएंट ओमिक्रॉन से निकला है। विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन KP.3 वैरिएंट (Corona New variant KP.3) के खिलाफ कारगर साबित हो रहे हैं।

ये हैं लक्षण 

  • इस वेरिएंट के हल्के से लेकर गंभीर लक्षण तक हो सकते हैं।
  • सामान्य लक्षणों में बुखार, सूखी खांसी और थकान शामिल हैं, इसके बाद जोड़ों में दर्द, सिरदर्द और गले में खराश होती है।
  • कई कोरोना पोजिटिव पाए गए लोगों में स्वाद या गंध का खोना वायरस की एक विशिष्ट लक्षण मिला है।
  • रोगियों में उल्टी और दस्त जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण भी देखे गए हैं।

कई रोगियों में नहीं दिख रहा कोई लक्षण

कुछ व्यक्तियों में त्वचा संबंधी लक्षण भी पाए गए हैं, जिसमें चकत्ते और पैर की उंगलियों का रंग बदलना शामिल है। जबकि, कुछ रोगियों में कोई लक्षण न होना भी आम बात है। वहीं, निमोनिया, सांस लेने में दिक्कत जैसी जानलेवा जटिलताएं भी विकसित हो सकती हैं।

बुजुर्गों और मधुमेह, हृदय रोग वाले लोगों में गंभीर लक्षण और जटिलताएं विकसित होने की अधिक संभावना है।

ये हैं रोकथाम के उपाय

कोरोना का टेस्ट, वैक्सीन लेना और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का पालन ही कोरोना के प्रकोप से बचाने में महत्वपूर्ण कदम माना गया है। वहीं, व्यक्तिगत प्रयासों में मास्क पहनना, शारीरिक दूरी बनाए रखना और साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोना या हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करना इसमें शामिल है।