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अमेरिकी एनएसए और अजीत डोभाल ने की फोन पर बात, इन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा

अमेरिकी एनएसए ने गुरुवार को भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से फोन पर बात की। दोनों ने क्षेत्रीय सुरक्षा विकास पर चर्चा की। इसके अलावा उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र और वैश्विक स्तर पर स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए और अधिक प्रयासों की जरूरत पर बल दिया। व्हाइट हाउस ने कहा कि यह वार्ता भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती रणनीतिक साझेदारी को रेखांकित करती है।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Thu, 31 Oct 2024 04:39 PM (IST)
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जेक सुलिवन ने भारतीय एनएसए अजीत डोभाल से फोन पर बात की। (Photo- Internet Media)
एएनआई, वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने गुरुवार को भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से फोन पर बात की। व्हाइट हाउस के एक बयान के अनुसार, दोनों अधिकारियों ने क्षेत्रीय सुरक्षा विकास पर चर्चा की। इसके अलावा दोनों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र और वैश्विक स्तर पर स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए और अधिक प्रयासों की जरूरत पर बल दिया।

व्हाइट हाउस ने एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह वार्ता भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच बढ़ती रणनीतिक साझेदारी को रेखांकित करती है, जो साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और आपसी हितों द्वारा चिह्नित है। दोनों नेताओं ने आगामी इनिशियएटिव ऑन क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (आईसीईटी) इंटरसेशनल और हिंद महासागर वार्ता सहित द्विपक्षीय साझेदारी में प्रगति का स्वागत किया।

महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा

बयान के अनुसार दोनों अधकारियों ने स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखलाओं और रक्षा सहयोग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के रास्ते भी तलाशे, जो उभरती वैश्विक चुनौतियों के बीच संबंधों को गहरा करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इससे पहले सितंबर में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डेलावेयर में क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने भारत-प्रशांत क्षेत्र और उससे आगे सहित वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने के अलावा आपसी हित के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।

पीएम मोदी ने कहा था कि इन यात्राओं ने भारत-अमेरिका साझेदारी को और अधिक गतिशीलता और गहराई प्रदान की है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और अमेरिका के बीच आज एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है, जो साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और लोगों के बीच जीवंत संबंधों द्वारा संचालित मानव प्रयास के सभी क्षेत्रों को कवर करती है। आज अमेरिका-भारत साझेदारी में व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, असैन्य परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, स्वच्छ ऊर्जा, पर्यावरण, कृषि और स्वास्थ्य सहित कई क्षेत्र शामिल हैं।