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US Election: गर्भपात के मुद्दे पर भारतीय अमेरिकी महिलाएं किसको देंगी वोट? सर्वे ने बताया ट्रंप और हैरिस में से कौन पड़ेगा भारी

US Election अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में गर्भपात के अधिकार का मुद्दा एक महत्वपूर्ण मुद्दे के रूप में उभर रहा है। जिसका असर अमेरिकी महिलाओं से संबंधित मतदान प्राथमिकताओं पर भी दिख रहा है। कमला हैरिस ने गर्भपात के अधिकार को अपनी अभियान रणनीति का केंद्रीय हिस्सा बनाया है। साथ ही कई लोगों ने इस मुद्दे पर विस्तार से बात की है।

By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Tue, 05 Nov 2024 08:18 AM (IST)
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US Presidential Election: कौन मारेगा बाजी? (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Us president election: अमेरिका में आज राष्ट्रपति चुनाव है, आज अमेरिका अपने चार साल का भविष्य चुनेगा। आगामी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में, गर्भपात के अधिकार का मुद्दा एक महत्वपूर्ण मुद्दे के रूप में उभर रहा है जो भारतीय अमेरिकी महिलाओं की मतदान प्राथमिकताओं को प्रभावित कर रहा है।

न्यू जर्सी क्षेत्र में रहने वाली एक भारतीय अमेरिकी फिल्म निर्माता मीता दमानी महिलाओं और बच्चों पर विशेष ध्यान देने के साथ समुदाय में काम कर रही हैं। उन्होंने गर्भपात के मुद्दे पर विस्तार से बात की है।

'महिला मतदाता अपनी आवाज उठाएंगी'

मीता दमानी ने  कहा, "यह भारतीय अमेरिकी समुदाय में पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। यह आपस में जुड़ा हुआ है जैसे कि अगर कोई महिला है और बच्चा अस्वस्थ पैदा होगा, तो इसका असर पूरे परिवार पर पड़ेगा। अंत में आज, यह स्वतंत्रता और किसी की पसंद के बारे में है, मुझे लगता है कि महिला मतदाता अपनी आवाज स्पष्ट करेंगी।''

प्रिया, एक मार्केटिंग पेशेवर, न्यू जर्सी क्षेत्र में भारतीय अमेरिकी प्रवासी की एक मुखर सदस्य भी हैं। उनका मानना ​​है कि यह कोई मुद्दा ही नहीं होना चाहिए था।

क्या कहता है अबॉर्शन कानून?

प्रिया का कहना है, "किसने सोचा होगा कि अमेरिका जैसे प्रथम विश्व देश में आने के बाद, महिलाओं के लिए गर्भपात का अधिकार भी एक मुद्दा होगा। यदि यह मेरा शरीर है, तो यह मेरी पसंद होनी चाहिए। यह उतना ही सरल है। महिला मतदाताओं के रूप में, यदि आपके पास ऐसी पार्टी का समर्थन करने का अवसर जो आपके अधिकारों को अक्षुण्ण रखना चाहती है, आप निश्चित रूप से ऐसा करेंगे।'' 

2022 में, सुप्रीम कोर्ट ने 1973 के ऐतिहासिक रो बनाम वेड फैसले को पलट दिया। इस फैसले ने गर्भपात के संवैधानिक अधिकार को समाप्त कर दिया, जिससे राज्यों को गर्भपात की पहुंच पर प्रतिबंध लगाने या प्रतिबंधित करने की अनुमति मिल गई। इसके बाद विभिन्न राज्यों में प्रतिबंधात्मक गर्भपात कानून लागू हुए।

भारतीय अमेरिकी महिलाओं के लिए गर्भपात के अधिकार के महत्व पर राजनीतिक अभियानों का ध्यान नहीं गया है। हैरिस ने गर्भपात के अधिकार को अपनी अभियान रणनीति का केंद्रीय हिस्सा बनाया है और प्रजनन अधिकार वकालत समूह सक्रिय रूप से भारतीय अमेरिकी मतदाताओं को शामिल कर रहे हैं।

कमला हैरिस को मिलेगी जीत!

इंडियन अमेरिकन एटीट्यूड सर्वे (आईएएएस) ने 18 सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच भारतीय अमेरिकी नागरिकों का एक राष्ट्रीय प्रतिनिधि ऑनलाइन सर्वेक्षण किया। इसने मतदान प्राथमिकताओं में एक नए, हड़ताली लिंग अंतर की पहचान की है। सर्वेक्षण के अनुसार, 67 प्रतिशत भारतीय अमेरिकी महिलाएं कमला हैरिस को वोट देने का इरादा रखती हैं, जबकि 53 प्रतिशत पुरुष, जो काफी कम हैं, का कहना है कि वे हैरिस को वोट देने की योजना बना रहे हैं।

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