जो बाइडन अचानक कैसे पहुंचे कीव, पढ़ें अमेरिकी राष्ट्रपति के यूक्रेन दौरे की इनसाइड स्टोरी
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचकर पूरी दुनिया को हैरान कर दिया। बाइडन की यात्रा को काफी अहम माना जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपित की यह यात्रा कैसे सीक्रेट रही आइए जानते हैं...
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Tue, 21 Feb 2023 08:44 AM (IST)
वाशिंगटन, एएफपी। सोमवार को दुनिया उस समय आश्चर्यचकित रह गई, जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंच गए। कीव पहुंचे बाइडन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को आश्वस्त किया कि अमेरिका उनके साथ है और आने वाले समय में रूसी सेना का मुकाबला करने के लिए उन्हें और हथियार दिए जाएंगे। बाइडन की यह यात्रा कैसे शुरू हुई और इसे कैसे सीक्रेट रखा गया, आइए जानते हैं...
आधी रात में शुरू हुई यात्रा
कीव के लिए बाइडन की यात्रा वाशिंगटन के बाहर एक सैन्य हवाई अड्डे हैंगर में आधी रात में शुरू हुई। रविवार सुबह 4 बजे वे वायुसेना बोइंग 757 में सवार हुए, जिसे सी-32 के रूप में जाना जाता है। इसे उस जगह से काफी दूर पार्क किया गया था, जहां आमतौर पर बाइडन आमतौर पर विमान में सवार होते थे।
यह भी पढ़ें: Russia Ukriane War: रूस-यूक्रेन युद्ध का एक साल, जानें वो घटनाएं जिन्होंने बदल दी जंग की तस्वीरVIDEO: US President Joe Biden visits the Heavenly Hundred Memorial in Kyiv with President Volodymyr Zelensky during his surprise visit to Ukraine's capital pic.twitter.com/ibdWxZM4dN
— AFP News Agency (@AFP) February 21, 2023
बाइडन के साथ यूक्रेन कौन-कौन गया?
पंद्रह मिनट बाद बाइडन कुछ मुट्ठी भर सुरक्षाकर्मी, एक छोटी सी मेडिकल टीम, करीबी सलाहकार और गोपनीयता की शपथ लेने वाले दो पत्रकारों के साथ यूक्रेन के लिए रवाना हो गए। प्रेस के सदस्य बाइडन के साथ हमेशा रहते हैं, जहां वे जाते हैं- फिर चाहे वह चर्च हो या अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन।पत्रकारों के फोन किए गए जब्त
द वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्टर, सबरीना सिद्दीकी ने खुलासा किया कि उन्हें और फोटोग्राफर को सुबह 2:15 बजे वाशिंगटन के बाहर ज्वाइंट बेस एंड्रयूज में बुलाया गया था। यहां उनके फोन जब्त कर लिए गए। जब तक बाइडन लगभग 24 घंटे बाद यूक्रेन की राजधानी में नहीं पहुंचे, तब तक उन्हें फोन वापस नहीं किया गया।विमान ने ईंधन भरने के लिए वाशिंगटन से रामस्टीन, जर्मनी में अमेरिकी सैन्य अड्डे तक लगभग सात घंटे तक उड़ान भरी। यहां भी विंडो शेड नीचे ही रहे और बाइडन प्लेन से बाहर नहीं निकले। यहां से अगली उड़ान पोलैंड के लिए थी, जो रेज़्ज़ो-जैसियोंका हवाई अड्डे पर उतरी।
यह एक पोलिश हवाई अड्डा हो सकता है, लेकिन यूक्रेन युद्ध के बाद से यह अरबों डॉलर के हथियारों और गोला-बारूद को फ़नल करने वाले यूक्रेनियन को हथियार देने के अमेरिकी नेतृत्व वाले प्रयासों के लिए एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र भी बन गया है। इस समय तक भी सिद्दीकी और फोटोग्राफर, एसोसिएटेड प्रेस 'इवान वुची, ने बाइडन को नहीं देखा था। इसके बाद, हवाईअड्डे पर या जब वे एसयूवी के काफिले में घुसे तो भी उन्होंने बाइडन को नहीं देखा।