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कोरोना ने बढ़ाई चिंता, अमेरिका में साल में एक बार Covid Shots लगाने का प्रस्ताव हुआ जारी

COVID shots चीन के बाद अमेरिका में भी कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। अमेरिका की फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने 23 जनवरी को व्यस्कों और बच्चों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए साल में एक बार COVID शॉट्स का प्रस्ताव जारी किया है।

By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Tue, 24 Jan 2023 08:25 AM (IST)
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कोरोना ने बढ़ाई चिंता, अमेरिका में साल में एक बार Covid Shots लगाने का प्रस्ताव हुआ जारी
वाशिंगटन, एजेंसी। COVID shots: चीन के बाद अमेरिका में भी कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, जिसको देखते हुए अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारी Covid-19 टीकाकरण को वार्षिक फ्लू शॉट ( annual flu shot) की तरह बनाना चाहते हैं।

अमेरिका की फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने 23 जनवरी को व्यस्कों और बच्चों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए साल में एक बार COVID शॉट्स लगाने का प्रस्ताव जारी किया है।

अमेरिका की 80% आबादी को मिली एक ही खुराक

इस प्रस्ताव को लाने का बड़ा कारण है बूस्टर शॉट की बिक्री न हो पाना। बता दें कि अमेरिका की 80 फीसदी आबादी को कम से कम एक वैक्सीन खुराक मिली है, जिनमें से महज 16 फीसदी लोगों को ही अगस्त में अधिकृत नवीनतम बूस्टर प्राप्त हुए हैं। एफडीए की 26 जनवरी को टीका विशेषज्ञों के साथ बैठक होगी। ऑनलाइन पोस्ट किए गए दस्तावेजों में, एफडीए के वैज्ञानिकों का मानना है कि वैक्सीन के कारण अमेरिकियों में अब काफी इम्यूनिटी बन गई है।

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बुजुर्गों और बच्चों के लिए फ्लू शॉट जरूरी

बुजुर्गों और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए वार्षिक फ्लू शॉट की तरह COVID-19 टीकाकरण की आवश्यकता हो सकती है। एफडीए के वैज्ञानिक और वैक्सीन कंपनियां टीकाकरण, संक्रमण दर और अन्य डेटा का अध्ययन करेंगी ताकि यह तय किया जा सके कि दो-खुराक वैक्सीन के मुकाबले एक शॉट किसे दिया जाना चाहिए।

एफडीए के प्रस्ताव के तहत, एजेंसी, स्वतंत्र विशेषज्ञ और निर्माता सालाना तय करेंगे कि गर्मियों की शुरुआत में किस स्ट्रेन को टारगेट किया जाए, जिससे पहले ही नए कोरोना शॉट्स का उत्पादन और लॉन्च किया जा सके।

अमेरिका में बढ़ रहा कोरोना का खतरा

चीन के बाद अब अमेरिका में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे है। अन्य वेरिएंट्स की तुलना में कोरोना का नया XBB.1.5 वेरिएंट बहद खतरनाक है। वैक्सिन लेने वाले भी इस वेरिएंट के शिकार हो रहे है, जिससे पूरी दुनिया की चिंता बढ़ती जा रही है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, अमेरिका में कोरोना के 40 प्रतिशत से अधिक लोग ओमिक्रॉन XBB.1.5 वैरिएंट का शिकार हो चुके हैं।

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