अमेरिका ने रूस से कहा- जहां भी अंतरराष्ट्रीय कानून अनुमति देता है, वहां अमेरिकी विमान करेगा संचालन
बुधवार को इस घटना को लेकर अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन (US Secretary of Defense Lloyd J Austin III) ने रूस से कहा कि जहां भी अंतरराष्ट्रीय कानून अनुमति देता है वहां अमेरिका का विमान संचालन करेगा।
By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Thu, 16 Mar 2023 03:28 AM (IST)
वाशिंगटन, एजेंसी। रूसी लड़ाकू विमान एसयू-27 (Su-27 jet fighter) और अमेरिकी एमक्यू-9 रीपर ड्रोन (MQ-9 Reaper drone) की काला सागर के ऊपर मंगलवार को टक्कर हो गई थी। इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच कड़वाहट और बढ़ गई है। अमेरिका का इल्जाम है कि रूस ने सबसे पहले ड्रोन पर ईंधन डाला और फिर उसे क्षतिग्रस्त किया गया।
वहीं, रूस ने अमेरिका के विमान से ड्रोन को क्रैश कराने की बात को नकारा है। बुधवार को इस घटना को लेकर अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन (US Secretary of Defense Lloyd J Austin III) ने रूस से कहा कि जहां भी अंतरराष्ट्रीय कानून अनुमति देता है, वहां अमेरिका का विमान संचालन करेगा।
अमेरिका ने दी रूस को दी सुरक्षित लड़ाकू विमान की नसीहत
यूक्रेन रक्षा संपर्क समूह की बैठक में ऑस्टिन ने मंगलवार को हुई घटना को याद करते हुए कहा कि यह प्रकरण अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में आक्रामक, जोखिम भरा और असुरक्षित कार्यों के पैटर्न का हिस्सा है।उन्होंने कहा, अमेरिका की यह बात सभी सुन लें कि जहां भी अंतरराष्ट्रीय कानून अनुमति देता है वहां अमेरिकी विमान उड़ान भरेगी। उन्होंने रूस से कहा कि वो उनकी जिम्मेदारी है कि उनके लड़ाकू विमान सुरक्षित और पेशेवर तरीके से संचालन करें। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, ऑस्टिन प्रशासन में पहले कैबिनेट सदस्य थे, जिन्होंने मंगलवार को हुई इस घटना को सीधे तौर पर संबोधित किया।
अमेरिकी ड्रोन के संपर्क में नहीं आया रूसी विमान: रूसी रक्षा मंत्रालय
मंगलवार को नाटो के यूरोप में सुप्रीम कमांडर और अमेरिकी जनरल क्रिस्टोफर कावोली ने इस घटना के बारे में संगठन के सदस्य देशों को जानकारी दी थी। व्हाइट हाउस और पेंटागन ने घटना की निंदा करते हुए तनाव बढ़ने की चेतावनी दी थी।वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि अमेरिकी ड्रोन रूसी सीमा का पास उड़ान भर रहा था और उसके इन विमानों में हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जाता। उसने इस बात से इनकार किया है कि उसका विमान अमेरिकी ड्रोन के संपर्क में आया था।