अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन एक मार्च को आएंगे भारत, G20 की बैठक में होंगे शामिल
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए एक मार्च को भारत की यात्रा करेंगे। वह यहां तीन मार्च तक रहेंगे। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेस प्राइड ने यह जानकारी दी।
By Achyut KumarEdited By: Achyut KumarUpdated: Fri, 24 Feb 2023 10:18 AM (IST)
वाशिंगटन, पीटीआई। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए अगले सप्ताह भारत की यात्रा करेंगे। इस दौरान वे वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों से मिलेंगे। भारत ने पिछले साल 1 दिसंबर को जी20 की अध्यक्षता संभाली थी।
कई मुद्दों पर होगी चर्चा
विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने गुरुवार को कहा, ''1 मार्च को ब्लिंकेन G20 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए नई दिल्ली की यात्रा करेंगे, जो बहुपक्षवाद को मजबूत करने और खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, सतत विकास, लैंगिग समानता, महिला सशक्तिकरण, नशीले पदार्थ, वैश्विक स्वास्थ्य, मानवीय सहायता और आपदा राहत पर सहयोग को गहरा करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।''
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प्राइस ने कहा, "वह (ब्लिंकन) हमारी मजबूत साझेदारी की पुष्टि करने के लिए भारत सरकार के अधिकारियों और नागरिक समाज से मिलेंगे।"
तीन मार्च तक भारत में रहेंगे ब्लिंकन
अमेरिकी विदेश मंत्री 3 मार्च तक भारत में रहेंगे। ब्लिंकन 28 फरवरी से शुरू होने वाली दो मध्य एशियाई देशों - कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान की अपनी यात्रा के बाद भारत पहुंचेंगे। 28 फरवरी को वह अस्ताना, कजाकिस्तान का दौरा करेंगे, जहां वे द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने के लिए कजाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलेंगे।इसके बाद, वह मध्य एशियाई देशों की स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रतिबद्धता की पुष्टि करने और साझा वैश्विक चुनौतियों के समाधान पर क्षेत्र के साथ सहयोग करने के लिए पांच मध्य एशियाई राज्यों में से प्रत्येक के प्रतिनिधियों के साथ C5+1 मंत्रिस्तरीय में भाग लेंगे। C5+1 मंत्रिस्तरीय वार्ता संयुक्त राज्य अमेरिका, कजाकिस्तान गणराज्य, किर्गिज गणराज्य, ताजिकिस्तान गणराज्य, तुर्कमेनिस्तान और उज़्बेकिस्तान गणराज्य के बीच आर्थिक, ऊर्जा और पर्यावरण, और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
प्राइस ने कहा, "इसके बाद ब्लिंकेन ताशकंद, उज्बेकिस्तान जाएंगे, जहां वह उज्बेकिस्तान के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे, ताकि द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर हमारी साझेदारी को आगे बढ़ाया जा सके।"यह भी पढ़ें: संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने यूक्रेन में शांति स्थापित करने पर दिया जोर, कहा- युद्ध नहीं हो सकता है समाधान