खाड़ी क्षेत्र में और युद्धपोत-नौसैनिक भेज रहा अमेरिका, रक्षा सचिव लायड आस्टिन ने तैनाती को दी मंजूरी
रक्षा सचिव लायड आस्टिन ने गुरुवार को यूएसएस बाटन उभयचर तत्परता समूह और 26वीं समुद्री अभियान इकाई की तैनाती को मंजूरी दे दी। अमेरिका की मध्य कमान ने कहा कि नौसैनिकों और युद्धपोतों की तैनाती क्षेत्र में ज्यादा लचीलापन और समुद्री क्षमता प्रदान करेगी। उल्लेखनीय है कि इस माह की शुरुआत में ईरान ने होरमुज स्ट्रेट में तेल के दो टैंकरों पर कब्जा कर लिया था।
By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Fri, 21 Jul 2023 07:40 PM (IST)
वॉशिंगटन, एपी। ईरान के कब्जे से वाणिज्यिक जहाजों को बचाने और पश्चिम एशिया में सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से अमेरिका खाड़ी क्षेत्र में और युद्धपोत और हजारों नौसैनिक भेज रहा है।
26वीं समुद्री अभियान इकाई की तैनाती को मंजूरी
रक्षा सचिव लायड आस्टिन ने गुरुवार को यूएसएस बाटन उभयचर तत्परता समूह और 26वीं समुद्री अभियान इकाई की तैनाती को मंजूरी दे दी। तत्परता समूह में बाटन व उभयचर आक्रमण जहाज समेत तीन जहाज रहते हैं और अभियान इकाई में सामान्यत: 2500 नौसैनिक होते हैं।
मध्य कमान ने क्या कुछ कहा?
अमेरिका की मध्य कमान ने कहा कि नौसैनिकों और युद्धपोतों की तैनाती क्षेत्र में ज्यादा लचीलापन और समुद्री क्षमता प्रदान करेगी। घोषणा में जहाजों का नाम नहीं बताया गया, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर तैनाती में शामिल इकाइयों के बारे में बताया। समूह में बाटन के साथ दो अन्य युद्धपोत यूएसएस मेसा वर्डे और यूएसएस कार्टर हाल भी शामिल हैं।इस माह से पहले इस समूह ने नारफ़ाक, वर्जीनिया छोड़ा है। गुरुवार को यह स्पष्ट नहीं था कि क्या तीनों जहाज खाड़ी क्षेत्र में ही तैनात रहेंगे? इस माह की शुरुआत में ईरान ने होरमुज स्ट्रेट में तेल के दो टैंकरों पर कब्जा कर लिया था।