अमेरिका में आसमान से बरस रही आग, डेथ वैली में तापमान 56 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा
पश्चिम अमेरिका का बढ़ता तापमान हर रोज नया रिकॉर्ड बना रहा है। ये तापमान लोगों की जान पर भी भारी पड़ रहा है। अब तक कई लोगों की जान भीषण गर्मी की वजह से जा चुकी है। मौसम विभाग ने यहां के लिए चेतावनी जारी की है।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Mon, 12 Jul 2021 08:00 AM (IST)
डेथ वैली, कैलीफार्निया (रायटर)। अमेरिका और कनाडा के पश्चिम में तापमान इन दिनों हर रोज एक नया रिकॉर्ड बना रहा है। गमी के सितम से लोग बेहाल हो रहे हैं। भीषण लू के थपेड़े अमेरिका में अब तक कई लोगों की जान ले चुके हैं। पश्चिमी अमेरिका का तापमान इस वजह से हर रोज बढ़ रहा है। यहां पर लगातार तीसरे दिन भी रिकॉर्ड तापमान दर्ज किया गया है। कैलीफॉर्निया की मशहूर डेथ वैली में तापमान 130 डिग्री फारेनहाइट या 56 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है। इस वजह ये एक बार फिर से धरती का सबसे गर्म हिस्सा बन गया है। वहीं पश्चिमी कनाडा में तापमान 92 डिग्री फारेनहाइट (32 डिग्री सेल्सियस) रिकार्ड किया गया है। यहां पर कई जगहों पर जंगलों में भीषण आग लगी हुई है। इसकी वजह से लोगों को यहां से बाहर जाने को भी कहा गया है।
डेथ वैली के केंद्र में मौजूद फर्नेस क्रीक विजिटर्स सेंटर के बाहर लगे थर्मामीटर में ये तापमान 134 डिग्री फारेनाहाइट तक पहुंच चुका है। इसको जब जांचा गया तो ये धरती पर सबसे अधिक तापमान था। रविवार की दोपहर ये बढ़कर 178 डिग्री फारेनहाइट तक जा पहुंचा था। यहां पर पहुंचे एरिजोना के रिचर्ड रेडर ने बताया कि वो यहां पर ये देखने आया था कि ये कैसे होता है। रविवार को रिचर्ड डेथ वैली में करीब 10 मील की दूरी तक क यहां आया था।
यहां पर आने वाले दूसरे टूरिस्ट भी केवल यहां पर टेंप्रेचर मीटर के सामने खड़े होकर फोटो खिंचवाने के लिए ही अपनी कार से बाहर निकल रहे थे। पूरे पेसेफिक नॉर्थवेस्ट का लगभग यही हाल है। दक्षिण ओरेगॉन के जंगल में इन दिनों जबरदस्त आग लगी हुई है। इसकी वजह से भी यहां का तापमान इतना अधिक बढ़ा हुआ है। ओरेगॉन में कई लोगों की जान भीषण गर्मी की वजह से अब तक जा चुकी है। इस भीषण गर्मी में यहां के घरों में बिजली जाने का भी डर लगा हुआ है।
नेशनल वेदर सर्विस ने और अधिक भीषण गर्मी की चेतावनी जारी की है। एनडब्ल्यूएस की तरफ से कहा गया है कि आने वाले दिन और गर्म हो सकते हैं। इसमें ये भी कहा गया है कि बढ़ता तापमान लोगों की सेहत और उनकी जान का भी दुश्मन बन सकता है। इसलिए बुजुर्गों और बच्चों का खास ध्यान रखा जाए।