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'यौन शोषण किया, प्रिंसेस और बेबी कहता था', महिला ने सालों बाद किया स्कूल प्रिंसिपल की हरकतों का खुलासा

मैनहैटन में पब्लिक स्कूल के एक प्रिंसिपल ने आठवीं क्लास की छात्रा के साथ कई दिनों तक यौन शोषण किया। वह उसे बेबी और प्रिंसेस कहकर बुलाता था। यहां तक कि उस पर अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के लिए दबाव भी डालता था। महिला ने कई सालों बाद प्रिंसिपल की इन हरकतों का खुलासा किया है और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Sun, 13 Oct 2024 10:22 PM (IST)
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जब पीड़िता आठवीं कक्षा में थी तब आरोपी ने इन घटनाओं को अंजाम दिया। (File Image)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में एक पब्लिक स्कूल के पूर्व प्रिंसिपल पर छात्रा के साथ कई बार यौन शोषण करने का आरोप लगा है। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट में संघीय मुकदमे के हवाले से बताया गया कि मैनहट्टन पब्लिक स्कूल के एक पूर्व प्रिंसिपल ने एक छात्रा के साथ लगभग हर दिन यौन शोषण किया।

यही नहीं, प्रिंसिपल उस छात्रा को राजकुमारी और बेबी कहकर बुलाता था। मैरीलैंड में रहने वाली महिला ने प्रिंसिपल पर ये आरोप लगाए हैं। शिकायत के अनुसार यह घटना तब की है, जब वह स्कूल में आठवीं कक्षा में थी।

अप्राकृतिक संबंध के लिए डाला दबाव

आरोपी पूर्व प्रिंसिपल का नाम ब्रेट किमेल है। रिपोर्ट के अनुसार महिला ने अदालती दस्तावेजों में दावा किया कि ब्रेट किमेल ने उसके साथ छेड़छाड़ की। उस पर अप्राकृतिक संबंध के लिए दबाव डाला और उसके 18वें जन्मदिन से ठीक पहले उसके साथ यौन संबंध बनाने का प्रयास किया।

न्ययॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार किमेल ने कथित तौर पर लड़की को निशाना बना लिया था और उस पर गलत निगाहें डाली थीं, जब वह एक दशक से भी अधिक समय पहले वाशिंगटन हाइट्स एक्सपेडिशनरी लर्निंग स्कूल में आठवीं कक्षा में थी।

(घटना के समय पीड़िता आठवीं कक्षा में पढ़ रही थी। (File Image))

शर्टलेस सेल्फी भेजने के लिए कहा

उसने पीड़िता को उसके प्रथम वर्ष में प्रतिदिन दर्जनों अनुचित संदेश और ईमेल भी भेजे। बाद में आरोपी ने छात्रा से शर्टलेस सेल्फी भेजने के लिए भी कहा। कथित तौर पर छात्रा की बड़ी बहन को घटना का पता चला तो उसने प्रिंसिपल से इस बारे में बातचीत भी की। इसके बावजूद संदेश जारी रहे।

महिला ने आरोप लगाया कि उसका लंबे समय तक दुर्व्यवहार, डीओई की लापरवाह निगरानी का परिणाम था। महिला के अनुसार विभाग संदिग्ध व्यवहार की रिपोर्ट करने के लिए कर्मचारियों और फैकल्टी को प्रशिक्षित करने में विफल रहा और दुर्व्यवहार के बारे में छात्रों की टिप्पणियों को भी अनदेखा किया गया।

2015 में छोड़ दिया स्कूल

इधर, रिपोर्ट के अनुसार घटना पर शहर के स्कूलों के विशेष जांच आयुक्त ने कहा कि उनके पास किमेल को लेकर कोई रिपोर्ट नहीं है, जिसने 2015 में $182,844 सैलरी ली और शहर के पेरोल रिकॉर्ड के अनुसार 2015 में डीओई छोड़ दिया।

रिपोर्ट में महिला की वकील जूलिया कुआन के हवाले से बताया गया कि उसने दुर्व्यवहार की घटना रुकने के कई साल बाद आरोपी पर मुकदमा करने का फैसला किया, ताकि बुरे व्यक्ति को जवाबदेह ठहराया जा सके और वह किसी और के साथ ऐसा दोबारा न कर सके। कुआन ने बताया कि महिला ने उस समय दुर्व्यवहार की रिपोर्ट पुलिस को नहीं दी, लेकिन क्लाइंट की गोपनीयता के बारे में और बताने से इनकार कर दिया।

पूर्व प्रिंसिपल ने किया आरोपों से इनकार

अदालत के कागजात के अनुसार, वह अनिर्दिष्ट हर्जाना मांग रही है। वहीं, आरोपी किमेल, जो अब फोर्ट लॉडरडेल, फ्लोरिडा में एक शिक्षा सलाहकार के रूप में काम करता है, ने यौन दुर्व्यवहार के आरोपों से इनकार किया और अदालती दस्तावेजों में मांग की कि मामले को खारिज कर दिया जाए।