अमेरिका में नौकरियों में भारी कटौती के संकेत, रामास्वामी बोले- नहीं किया तो रोमन साम्राज्य की तरह खत्म हो जाएंगे
अमेरिका में नौकिरयों पर बड़ा संकट आने वाला है। दरअसल ट्रंप नौकरियों में भारी कटौती करने जा रहे हैं। इसके संकेत विवेक रामास्वामी ने दिए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में अमेरिका की हालत बेहद खराब हुई है। देश में सबसे अच्छे दिन लाने है। देश बचाने की खातिर लाखों लोगों को नौकरियों से बाहर करना होगा। विवेक ने कहा कि कामकाज को पारदर्शी बनाना उद्देश्य है।
पीटीआई, वाशिंगटन। अमेरिका में गैरजरूरी सरकारी खर्च को कम करने और सरकार की क्षमता बढ़ाने के लिए नियुक्त मंत्री विवेक रामास्वामी ने सरकारी नौकरियों में भारी कटौती के संकेत दिए हैं। आने वाली सरकार के निर्णय के चलते भारतीय मूल के कई लोगों की भी सरकारी नौकरी जा सकती है। रामास्वामी ने कहा कि एलन मस्क और वह लाखों लोगों को नौकरियों से बाहर करने वाले हैं। ऐसा इसलिए करेंगे क्योंकि हमें अपना देश बचाना है।
चार वर्षों में अमेरिका की हालत खराब हुई
रामास्वामी ने यह बात ट्रंप के मार-अ-लागो रिजार्ट में आयोजित कार्यक्रम में गुरुवार को कही है। उन्होंने कहा कि बीते चार वर्षों में अमेरिका की हालत निरंतर खराब हुई है। अगर इस सिलसिले को खत्म नहीं किया गया तो हम प्राचीन रोमन साम्राज्य की तरह खत्म हो जाएंगे। इसलिए हम सभी को मिलकर गलत परंपराओं से लड़ना होगा। हमें अपने देश के सबसे अच्छे दिन लाने होंगे।
हर हफ्ते जनता को देंगे जानकारी
उल्लेखनीय है कि निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मस्क और रामास्वामी को सरकार की क्षमता बढ़ाने वाले विभाग का प्रमुख बनाया है। दोनों ने घोषणा की है कि वे हर सप्ताह अपने विभाग के कार्य की प्रगति की जानकारी देश की जनता को देंगे। रामास्वामी ने कहा कि दोनों का उद्देश्य सरकार के आकार को कम करना और कामकाज को पारदर्शी बनाना है।27 वर्षीय कैरोलिन होंगी ट्रंप की प्रेस सचिव
निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने 27 वर्षीय कैरोलिन लेविट को व्हाइट हाउस का नया प्रेस सचिव नामित किया है। वह इस पद को संभालने वाली सबसे कम उम्र की महिला होंगी। ट्रंप के राष्ट्रपति के पूर्व कार्यकाल में वह व्हाइट हाउस में सहायक प्रेस सचिव थीं। कैरोलिन ट्रंप के 2024 के चुनाव के दौरान उनकी प्रेस सचिव रही थीं। ट्रंप ने उन्हें स्मार्ट, सख्त और प्रभावी तरीके से संपर्क साधने वाली महिला बताया है।बांग्लादेश पर ट्रंप की कथनी-करनी में अंतर देखेंगे भारतवंशी
अमेरिका में एक भारतवंशी नेता ने कहा कि बांग्लादेश के हिंदुओं के पक्ष में मजबूत बयान देने के कारण भारतवंशी समुदाय ने डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में मतदान किया था। मगर अब समुदाय यह देखेगा कि पद संभालने के बाद उन्होंने क्या किया।
भारतवंशी नेता ने यह भी कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी ने भारत जैसे देशों के लिए मानवाधिकारों को राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जिससे हम निराश हुए। वाशिंगटन डीसी में दीपावली समारोह में भाग लेने पहुंचे भारतवंशी चिकित्सक डॉ. भरत बराई ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए अत्याचार की कोई निंदा नहीं की।उन्होंने कहा कि ट्रंप को बांग्लादेशी हिंदुओं के बारे में मजबूत बयान देने का लाभ मिला है। मगर लोग अब ट्रंप जो करेंगे उसके आधार पर उनका मूल्यांकन करेंगे। ट्रंप ने एक बयान में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले की निंदा की थी। डॉ. भरत ने कहा, 'अगर कपड़ा निर्यात में कटौती कर दी जाए तो बांग्लादेश के लोग क्या खाएंगे? कपड़ा निर्यात उनके कारोबार का 80 प्रतिशत है।'
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