Ashwin Ramaswami: कौन हैं अमेरिका में जॉर्जिया सीनेट सीट से चुनाव लड़ने वाले Gen Z भारतवंशी, जीत गए तो रच देंगे इतिहास
Ashwin Ramaswami भारतवंशी अश्विन रामास्वामी संघीय विधायिका का चुनाव लड़ने वाले पहले जेन जी (Gen Z) बन चुके है। रामास्वामी के माता-पिता 1990 में तमिलनाडु से अमेरिका आकर बस गए थे। जानकारी के मुताबिक जो लोग साल 1997 से लेकर 2012 के बीच पैदा हुए उस वर्ग को जेन जी या जेन जैड कहा जाता है। अश्विन रामास्वामी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं।
एजेंसी, वॉशिंगटन। Ashwin Ramaswami। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भारतवंशी निक्की हेली और क्रिस्टल कौल सरीखे नेता चुनाव मैदान में हैं। जानकारी के मुताबिक, अमेरिका में 46 लाख से अधिक इंडियन अमेरिकन रहते हैं।
देश के राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र में अमेरिका में मौजूद भारतीयों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। इसी बीच यूएस में जन्मे 24 वर्षीय भारतीय अमेरिकी अश्विन रामास्वामी ने राज्य या संघीय विधायिका के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया है। वो जॉर्जिया सीनेट सीट से चुनाव लड़ने वाले हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी से चुनाव लड़ेंगे रामास्वामी
अश्विन संघीय विधायिका का चुनाव लड़ने वाले पहले 'जेन जी' (Gen Z) बन चुके है। रामास्वामी के माता-पिता 1990 में तमिलनाडु से अमेरिका आकर बस गए थे। जो लोग साल 1997 से लेकर 2012 के बीच पैदा हुए उस वर्ग को जैन जी या जेन जैड कहा जाता है।अश्विन रामास्वामी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। वह जॉर्जिया के जिला 48 में राज्य सीनेट के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं।
(अश्विन रामास्वामी का परिवार, फोटो सोर्स: सोशल मीडिया)द स्टैनफोर्ड डेली के साथ एक साक्षात्कार में रामास्वामी ने कहा, “मुझे एहसास हुआ कि किसी दूसरे उम्मीदवार से सवाल पूछने के बजाय, मैं खुद भी उम्मीदवार हो सकता हूं। मैं जॉर्जिया स्टेट सीनेट का पहला जेन जेड भारतीय अमेरिकी बनने की कोशिश में जुटा हूं। मैं राजनीति में एक नई आवाज लाऊंगा।"
मुझे भारतीय संस्कृति दर्शन में रुचि: अश्विन रामास्वामी
रामास्वामी ने कहा,"मेरी मां चेन्नई से हैं और मेरे पिता कोयंबटूर से हैं। मैं हमेशा भारतीय संस्कृति के बीच पला-बढ़ा वहीं मैंने अमेरिकी संस्कृति को भी जीया है। मैं एक हिंदू हूं। मुझे भारतीय संस्कृति दर्शन में रुचि है।"उन्होंने एक साक्षात्कार में समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि वो एक बार चिन्मय मिशन बालाविहार गए जहां उन्होंने रामायण, महाभारत और भगवद गीता जैसे महाकाव्यों के बारे में सीखा। जब मैं कॉलेज में था, मैंने वास्तव में संस्कृत सीखी और बहुत सारे प्राचीन ग्रंथ पढ़े और उपनिषद पढ़ने में मेरी बहुत रुचि हो गई। मेरा पूरा जीवन में योग और ध्यान हमेशा शामिल रहा।