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Ashwin Ramaswami: कौन हैं अमेरिका में जॉर्जिया सीनेट सीट से चुनाव लड़ने वाले Gen Z भारतवंशी, जीत गए तो रच देंगे इतिहास

Ashwin Ramaswami भारतवंशी अश्विन रामास्वामी संघीय विधायिका का चुनाव लड़ने वाले पहले जेन जी (Gen Z) बन चुके है। रामास्वामी के माता-पिता 1990 में तमिलनाडु से अमेरिका आकर बस गए थे। जानकारी के मुताबिक जो लोग साल 1997 से लेकर 2012 के बीच पैदा हुए उस वर्ग को जेन जी या जेन जैड कहा जाता है। अश्विन रामास्वामी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Mon, 19 Feb 2024 05:30 PM (IST)
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24 वर्षीय अमेरिकी भारतवंशी अश्विन रामास्वामी जॉर्जिया सीनेट सीट से चुनाव लड़ने वाले हैं।(फोटो सोर्स: रामास्वामी कैंपेन)
एजेंसी, वॉशिंगटन। Ashwin Ramaswami। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भारतवंशी निक्की हेली और क्रिस्टल कौल सरीखे नेता चुनाव मैदान में हैं। जानकारी के मुताबिक, अमेरिका में 46 लाख से अधिक इंडियन अमेरिकन रहते हैं।

देश के राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक  क्षेत्र में अमेरिका में मौजूद भारतीयों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। इसी बीच यूएस में जन्मे 24 वर्षीय भारतीय अमेरिकी अश्विन रामास्वामी ने राज्य या संघीय विधायिका के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया है। वो जॉर्जिया सीनेट सीट से चुनाव लड़ने वाले हैं।

डेमोक्रेटिक पार्टी से चुनाव लड़ेंगे रामास्वामी

अश्विन संघीय विधायिका का चुनाव लड़ने वाले पहले 'जेन जी' (Gen Z) बन चुके है। रामास्वामी के माता-पिता 1990 में तमिलनाडु से अमेरिका आकर बस गए थे। जो लोग साल 1997 से लेकर 2012 के बीच पैदा हुए उस वर्ग को जैन जी या जेन जैड कहा जाता है।

अश्विन रामास्वामी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं।  वह जॉर्जिया के जिला 48 में राज्य सीनेट के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं।

(अश्विन रामास्वामी का परिवार, फोटो सोर्स: सोशल मीडिया)

द स्टैनफोर्ड डेली के साथ एक साक्षात्कार में  रामास्वामी ने कहा, “मुझे एहसास हुआ कि किसी दूसरे उम्मीदवार से सवाल पूछने के बजाय, मैं खुद भी उम्मीदवार हो सकता हूं। मैं जॉर्जिया स्टेट सीनेट का पहला जेन जेड भारतीय अमेरिकी बनने की कोशिश में जुटा हूं। मैं राजनीति में एक नई आवाज लाऊंगा।"

मुझे भारतीय संस्कृति दर्शन में रुचि: अश्विन रामास्वामी

रामास्वामी ने कहा,"मेरी मां चेन्नई से हैं और मेरे पिता कोयंबटूर से हैं। मैं हमेशा भारतीय संस्कृति के बीच पला-बढ़ा वहीं मैंने अमेरिकी संस्कृति को भी जीया है। मैं एक हिंदू हूं। मुझे भारतीय संस्कृति दर्शन में रुचि है।"

उन्होंने एक साक्षात्कार में समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि वो एक बार चिन्मय मिशन बालाविहार गए जहां उन्होंने रामायण, महाभारत और भगवद गीता जैसे महाकाव्यों के बारे में सीखा। जब मैं कॉलेज में था, मैंने वास्तव में संस्कृत सीखी और बहुत सारे प्राचीन ग्रंथ पढ़े और उपनिषद पढ़ने में मेरी बहुत रुचि हो गई।  मेरा पूरा जीवन में योग और ध्यान हमेशा शामिल रहा।  

कंप्यूटर विज्ञान और कानून के जानकार हैं रामास्वामी

जॉर्जिया के मूल निवासी, रामास्वामी ने सार्वजनिक हित के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने और नौकरियां पैदा करने के लिए गैर-लाभकारी संस्थाओं, स्टार्टअप और छोटे व्यवसायों के साथ काम किया है। उन्होंने चुनाव में पारदर्शिता बनाने के लिए साइबर सुरक्षा पर भी काम किया है।

एक सिविल सेवक के रूप में, उन्होंने साइबर सुरक्षा और चुनाव सुरक्षा पर साइबर सुरक्षा और बुनियादी ढांचा सुरक्षा एजेंसी (सीआईएसए) में काम किया, 2020 और 2022 के चुनावों को सुरक्षित करने के लिए राज्य और स्थानीय चुनाव कार्यालयों के साथ काम किया। उन्होंने जॉर्जिया अटॉर्नी जनरल के उपभोक्ता संरक्षण प्रभाग में एक कानूनी साथी के रूप में भी काम किया। रामास्वामी के पास कंप्यूटर विज्ञान और कानून दोनों की डिग्री है।

रामास्वामी क्यों लड़ रहे चुनाव?

रामास्वामी ने चुनाव लड़ने के पीछे का मकसद बताते हुए कहा, हमें हर नागरिकों के लिए यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि लोगों को नौकरियों और अर्थव्यवस्था, उद्यमिता के साथ-साथ मेडिकल सुविधाएं भी प्राप्त हो। इन मुद्दों को लेकर मैं चुनाव लड़ रहा हूं।

रामास्वामी एक डेमोक्रेट उम्मीदवार हैं और वह वर्तमान रिपब्लिकन शॉन स्टिल को चुनौती देंगे। बता दें कि अगर चुनाव में विजयी होते हैं तो वह जॉर्जिया में जनरेशन जेड के पहले राज्य सीनेटर होंगे।

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