कौन हैं जॉर्ज सोरोस? जिन्हें माना जाता है PM मोदी और डोनाल्ड ट्रंप का कट्टर आलोचक, अब हिंडनबर्ग को लेकर BJP ने किया हमला
1930 में हंगरी में जन्मे जार्ज सोरोस एक प्रमुख अमेरिकी व्यवसायी और निवेशक हैं। सोरोस पर आरोप लगते रहे हैं कि वे राजनीति को आकार देने और सत्ता परिवर्तन के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हैं। सोरोस को बैंक आफ इंग्लैंड को बर्बाद करने वाले शख्स के रूप में जाना जाता है। वो पीएम नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कटु आलोचक रहे हैं।
एजेंसी, वॉशिंगटन। 1930 में हंगरी में जन्मे जार्ज सोरोस एक प्रमुख अमेरिकी व्यवसायी और निवेशक हैं। वह दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से हैं। उनकी कुल संपत्ति 6.7 अरब डालर है। यहूदी परिवार में जन्मे सोरोस हंगरी में नाजी कब्जे से बच निकले और 1947 में ब्रिटेन चले गए। उन्होंने लंदन स्कूल आफ इकोनामिक्स से पढ़ाई की।
बताया जाता है कि अपनी पढ़ाई के लिए उन्होंने रेलवे पोर्टर और वेटर तक का काम किया। 1956 में वे न्यूयार्क चले गए और यूरोपीय प्रतिभूतियों के एनालिस्ट के रूप में काम शुरू किया। सोरोस पर आरोप लगते रहे हैं कि वे राजनीति को आकार देने और सत्ता परिवर्तन के लिए अपने धन-बल और प्रभाव का इस्तेमाल करते हैं।
बैंक आफ इंग्लैंड को बर्बाद करने वाले शख्स हैं सोरोस
सोरोस को बैंक आफ इंग्लैंड को बर्बाद करने वाले शख्स के रूप में जाना जा सकता है। वह भारतीय पीएम नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कटु आलोचक रहे हैं। 2020 में दावोस में विश्व आर्थिक मंच के कार्यक्रम में उन्होंने मोदी की आलोचना करते हुए कहा था कि उनके राज में राष्ट्रवाद आगे बढ़ रहा है।अदाणी समूह की कंपनियों के शेयर बेचने पर की थी बात
फरवरी 2023 में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन से पहले सोरोस ने हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह की कंपनियों के शेयर बेचने पर बात की थी। उन्होंने मोदी की आलोचना करते हुए कहा था कि वे लोकतंत्रवादी नहीं हैं। अदाणी प्रकरण भारत में लोकतंत्र के पुनरुत्थान का कारण बन सकता है। इसको लेकर भारत में खूब हंगामा हुआ था।