वर्ल्ड बैंक ने जरूरतमंद देशों के लिए दिया 88 हजार करोड़ रुपये का फंड, वैक्सीन डेवलपमेंट में मिलेगी मदद
वर्ल्ड बैंक ने विकासशील देशों के लिए कोरोना वैक्सीन के लिए आर्थिक सहयता प्रदान की है। संगठन की तरफ से 12 बिलियन ( 88 हजार करोड़ रुपये) अमरीकी डॉलर की मंजूरी दी गई। इससे यह देश भयानक वायरस का उपचार करने में सझम हो सकेंगे।
By Pooja SinghEdited By: Updated: Wed, 14 Oct 2020 10:32 AM (IST)
वाशिंगटन, एएनआइ। दुनिया इस वक्त कोरोना से बचने के लिए वैक्सीन बनाने में जुटी हुई है। अब इस वैक्सीन को बनाने के लिए विश्व बैंक (World Bank) ने आर्थिक मदद प्रदान की है। बैंक ने विकासशील देशों को आर्थिक सहायता प्रदान की है, ताकि वह वैक्सीन पा सके और इस भयानक वायरस का उपचार करने में सझम हो सके। संगठन की तरफ से जारी हुए बयान के मुताबिक, विश्व बैंक ने 12 बिलियन डॉलर (करीब 88 हजार करोड़ रु.) की मंजूरी दी है।
100 करोड़ लोगों को टीका लगाने का एलानवर्ल्ड बैंक ने कोरोना से निपटने में विकासशील देशों की मदद के लिए सामने आया है। यह रकम वैक्सीन खरीदने, तैयार करने और कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए इस्तेमाल करने के लिए प्रदान की गई है। वर्ल्ड बैंक के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स की बोर्ड मीटिंग में मंगलवार को इस बारे में फैसला किया गया। बैंक ने 100 करोड़ लोगों को टीका लगाने के अभियान को सहायता प्रदान करने की घोषणा की है।
वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास ने बताया कि यह फाइनेंशियल कार्यक्रम दुनिया के जरूरतमंद देशों की मदद करने लिए शुरू किया गया है। यह रकम उन देशों के लिए होगी, जिनके पास कोरोना से बचाव के लिए कम सुविधाएं हैं। यह कदम वायरस को फैलने से रोकने में यह मददगार होगा। गरीब देशों को मेडिकल इक्विपमेंट खरीदने और हेल्थ सर्विसेज सुधारने में मदद के मकसद से यह मदद की गई है। उन्हें एक्सपर्ट्स की सलाह मुहैया कराई जाएगी और पॉलिसी तैयार करने में भी मदद की जाएगी।
वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए सभी देशों तक किफायती और असरकारी वैक्सीन पहुंचाना महत्वपूर्ण है। इस महामारी से दुनिया के कई देशों की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है। मलपास ने कहा कि कोरोना के खिलाफ अभी तक वैक्सीन तैयार नहीं हुआ है, लेकिन इसके बितरण के लिए सभी देशों में सही तैयारी शुरू करनी होगी।