डब्ल्यूएचओ ने किया आगाह, मौसमी पैटर्न पर नहीं चलता है कोरोना, गर्मी में भी बढ़ रही महामारी
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोरोना वायरस में मौसमी प्रवृत्ति दिखाई नहीं पड़ रही है। इसी वजह से इस खतरनाक वायरस पर अंकुश पाना कठिन होता जा रहा है।
By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Tue, 11 Aug 2020 04:53 AM (IST)
लंदन, एजेंसियां। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization, WHO) ने कहा कि कोरोना वायरस (कोविड-19) में मौसमी प्रवृत्ति दिखाई नहीं पड़ रही है। इसके चलते इस खतरनाक वायरस पर अंकुश पाना कठिन होता जा रहा है। कोरोना से लगभग पूरी दुनिया जूझ रही है। महामारी का प्रकोप इस कदर बढ़ता जा रहा है कि संक्रमित लोगों का वैश्विक आंकड़ा दो करोड़ के स्तर को पार करने जा रहा है। अब तक दुनिया में सात लाख 30 हजार से अधिक की मौत हो चुकी है।
इंफ्लुएंजा जैसे वायरसों से अलग है कोरोना डब्ल्यूएचओ के आपात मामलों के प्रमुख डॉ. माइकल रेयान ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि श्वसन तंत्र पर हमला करने वाले इंफ्लुएंजा जैसे वायरसों की तरह कोरोना नहीं है। इंफ्लुएंजा का खासतौर पर सर्दी के मौसम में प्रसार होता है। जबकि कोरोना महामारी गर्मी में भी बढ़ती जा रही है। हालांकि पूर्व में कुछ वैज्ञानिकों ने यह अनुमान लगाया था कि यह वायरस गर्मी में कमजोर पड़ जाएगा।
मौसमी प्रवृत्ति नहीं दिखा रहा यह वायरस डॉ. माइकल रेयान (Dr Michael Ryan) ने बताया कि कोरोना वायरस में इस तरह की मौसमी प्रवृत्ति दिखाई नहीं दी। रेयान ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की यह वैश्विक एजेंसी लगातार उन देशों को भी संक्रमण की रोकथाम संबंधी सलाह दे रही है, जहां महामारी पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा चुका है। शारीरिक दूरी और मास्क पहनने जैसे जरूरी उपायों के पालन को जारी रखने पर भी जोर दिया जा रहा है।
ब्राजील और मेक्सिको में बिगड़ रहे हालात दुनिया में अमेरिका के बाद कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा जूझ रहे ब्राजील में महामारी की मार बढ़ती ही जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि देश में रविवार को 572 पीडि़तों की मौत से मरने वालों का आंकड़ा एक लाख एक हजार 49 हो गया है। इस अवधि में 23 हजार 10 नए मामले पाए जाने से संक्रमित लोगों की तादात 30 लाख 35 हजार से अधिक हो गई है। वहींं मेक्सिको के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में रविवार को 4,376 नए कोरोना रोगियों के मिलने से संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर चार लाख 80 हजार से अधिक हो गई।