India-Canada Row: भारत के आगे नतमस्तक हुआ कनाडा, 10 अक्टूबर से पहले ही अपने राजनयिकों को दूसरे देशों में भेजा
भारत ने कनाडा से अपने राजनयिक कर्मचारियों को कम करने के लिए 10 अक्टूबर तक का समय दिया था जिसके बाद कनाडा ने भारत में काम करने वाले अपने अधिकांश राजनयिकों को कुआलालंपुर या सिंगापुर भेज दिया है। कनाडाई टेलीविजन नेटवर्क सीटीवी न्यूज ने यह यह जानकारी दी है। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के राजनयिक रिश्ते बिगड़ गए हैं।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Fri, 06 Oct 2023 03:41 PM (IST)
पीटीआई, टोरंटो। Canada India News: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के राजनयिक रिश्ते बिगड़ गए हैं। भारत की तरफ से अल्टीमेटम देने के बाद कनाडा ने अपने अधिकांश राजनयिकों को वापस बुला लिया है।
10 अक्टूबर तक की थी डेटलाइन
भारत ने कनाडा से अपने राजनयिक कर्मचारियों को कम करने के लिए 10 अक्टूबर तक का समय दिया था, जिसके बाद कनाडा ने भारत में काम करने वाले अपने अधिकांश राजनयिकों को कुआलालंपुर या सिंगापुर भेज दिया है। कनाडाई टेलीविजन नेटवर्क सीटीवी न्यूज ने यह जानकारी दी है।
कनाडा ने भारत पर लगाया निज्जर की हत्या का आरोप
सीटीवी न्यूज की यह रिपोर्ट तब सामने आई है, जब भारत ने इस सप्ताह की शुरुआत में कनाडा से अपने मिशनों से कई दर्जन राजनयिकों को वापस बुलाने के लिए कहा था। इसकी वजह थी- कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Canadian Prime Minister Justin Trudeau) के द्वारा हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों के शामिल होने का आरोप लगाना।भारत ने कनाडा के आरोपों को किया खारिज
हालांकि, भारत ने ट्रूडो के आरोपों को 'बेतुका' और 'राजनीति से प्रेरित' बताते हुए खारिज कर दिया। इस मामले पर कनाडा ने एक भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर आग में घी डालने का काम किया, जिस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत ने भी कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया।यह भी पढ़ें: India-Canada Row: भारत में कनाडा के राजनयिकों की संख्या कम करने पर अड़ा विदेश मंत्रालय
भारत के आंतरिक मामलों में दखल दे रहे कनाडा के राजनयिक
भारत ने इस बात पर जोर दिया था कि कनाडा को अपने राजनयिकों की संख्या को कम करनी चाहिए। भारत ने यह भी आरोप लगाया कि कनाडा के कुछ राजनयिक उसके आंतरिक मामलों में दखल दे रहे हैं, जो दोनों देशों के बीच संबंधों में लगातार गिरावट का संकेत है।यह भी पढ़ें: India Canada Row: विवाद सुलझाने के लिए कनाडा चाहता है भारत के साथ हो 'निजी बातचीत', विदेश मंत्री ने दिया बयान