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Canada: भारतीय छात्र पर संदिग्धों ने किया हमला, इलाज के दौरान पीड़ित ने तोड़ा दम; 27 जुलाई को भारत पहुंचेगा शव

Canada News एक भारतीय छात्र पर कुछ संदिग्धों ने लूट के इरादे से जानलेवा हमला किया और उसकी गाड़ी लेकर भाग गए। इलाज के दौरान पीड़ित नाथ ने अपना दम तोड़ दिया। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। मृतक के परिवार को सूचित कर दिया गया है और 27 जुलाई को शव भारत लाया जाएगा। इसके विरोध में 200 से अधिक लोगों ने कैंडल मार्च निकाला।

By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Mon, 24 Jul 2023 10:52 AM (IST)
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कनाडा में संदिग्धों ने की भारतीय छात्र की हत्या
टोरंटो, पीआईआई। कनाडा में फूड डिलीवरी पार्टनर के रूप में काम करने वाले एक 24 वर्षीय भारतीय छात्र की कार जैकिंग के दौरान हिंसक हमले के बाद हत्या कर दी गई है। स्थानीय सीटीवी न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरविंदर नाथ 9 जुलाई को सुबह करीब 2:10 बजे मिसिसॉगा के ब्रिटानिया और क्रेडिटव्यू पर पिज्जा डिलीवरी कर रहे थे, तभी कुछ संदिग्धों ने उनकी हत्या कर दी।

जानबूझकर सुनसान जगह पर मंगाया पिज्जा

पील क्षेत्रीय पुलिस के होमिसाइड ब्यूरो के इंस्पेक्टर फिल किंग ने कहा, "जांचकर्ताओं का मानना है कि इसमें कई संदिग्ध शामिल हैं और जानबूझकर इस पते पर खाने का ऑर्डर मंगाया गया था, ताकि वो डिलीवरी एजेंट को आसानी से नुकसान पहुंचा सके।" उन्होंने कहा कि जांचकर्ताओं ने हमले से पहले दिए गए पिज्जा ऑर्डर की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग प्राप्त की है।

इलाज के दौरान नाथ की मौत

पुलिस ने कहा कि नाथ के पहुंचने के बाद, उन पर हिंसक हमला किया गया और एक संदिग्ध ने उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। इसके बाद वो लोग इनका वाहन लेकर वहां से भाग गए। नाथ को ट्रॉमा सेंटर ले जाने से पहले कई लोग उनकी मदद के लिए सामने आए और उन्हें अस्पताल ले गए , लेकिन 14 जुलाई को उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

दूतावास ने मृतक के परिवार से किया संपर्क

स्थानीय चैनल सीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूत सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि नाथ की मृत्यु एक हृदय विदारक क्षति है और उन्होंने परिवार के सदस्यों, दोस्तों और व्यापक समुदाय के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि महावाणिज्य दूतावास ने उनकी मृत्यु के बाद परिवार से संपर्क किया है। महावाणिज्य दूत ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

महावाणिज्यदूत ने कहा, "यह देखना मेरे लिए खुशी की बात थी कि समुदाय ने कैसे प्रतिक्रिया दी, दुख की इस घड़ी में परिवार का समर्थन करने के लिए ऑनलाइन और शारीरिक रूप से एक साथ आए। बेशक, किसी भी चीज से नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती, लेकिन यह दुखी परिवार के लिए कुछ सांत्वना होगी और यह समुदाय की भावना का संकेत भी है, क्योंकि ऐसे समय में भावना, एकजुटता और सहानुभूति की भावना का परीक्षण किया जाता है।"

लावारिस हालत में मिली नाथ की गाड़ी

इंस्पेक्टर किंग ने कहा कि नाथ एक निर्दोष पीड़ित था। साथ ही, बताया कि हमले के कुछ घंटों बाद ओल्ड क्रेडिटव्यू और ओल्ड डेरी रोड के क्षेत्र में नाथ की गाड़ी लावारिस हालत में पाई गई थी। उन्होंने कहा, "कार्य सिद्धांत यह है कि शायद नाथ को काफी गंभीर चोटें आई होंगी, जिसका अनुमान नहीं लगा होगा और इसलिए संदिग्धों को वाहन से जल्दी छुटकारा पाना पड़ा होगा।"

किंग ने कहा कि वाहन की फोरेंसिक जांच की गई है और कई सबूत बरामद किए गए हैं। किंग ने कहा, "मैं इसमें शामिल लोगों को कहना दिलाना चाहूंगा कि इस अपराध में किसकी कितनी भागीदारी है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है और आप गुरविंदर नाथ की हत्या में शामिल हैं और आपको गिरफ्तार किया जाएगा।"

27 जुलाई को भारत आएगा नाथ का शव

कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (सीबीसी) ने बताया कि नाथ का पार्थिव शरीर टोरंटो में भारतीय महावाणिज्य दूतावास की मदद से 27 जुलाई को भारत लाया जाएगा। पिछले हफ्ते, सीटीवी न्यूज टोरंटो ने नाथ के परिवार और दोस्तों से बात की। नाथ के चचेरे भाई बलराम कृष्ण ने कहा, "वह निर्दोष था, वह सिर्फ पिज्जा पहुंचा रहा था, जब कुछ लोगों ने उसके सिर पर हमला किया।" नाथ जुलाई 2021 में भारत से कनाडा पहुंचा और वहां वो अपना बिजनेस करना चाहता था।

200 से अधिक लोगों ने निकाला कैंडल मार्च

सीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को मिसिसॉगा में नाथ के लिए 200 से अधिक लोगों ने कैंडल मार्च निकाला। उन सभी का कहना है कि नाथ अपने परिवार की उम्मीदें लेकर कनाडा आए थे और अब उनका परिवार अपने बेटे को खोने के गम से झेल रहा है। नाथ के एक रिश्तेदार के दोस्त बॉबी सिद्धू ने कहा, "आप एक सपने के साथ कनाडा आते हैं। आप अपना जीवन शुरू करते हैं, लेकिन इन लोगों ने एक सपना चुरा लिया।"

सिद्धू ने कहा, "कनाडा शांति के लिए जाना जाता है और मुझे उम्मीद है कि हमारे देश में इस तरह के संवेदनहीन और निर्दयी अपराध खत्म हो जाएंगे। हर कोई गुरविंदर से जुड़ सकता है। मुझे लगता है कि यही कारण है कि समुदाय एक साथ आया है।"