कनाडा में बर्ड फ्लू के स्ट्रेन से क्यों चिंतित विशेषज्ञ, क्या आने वाली है महामारी; दुनिया दोबारा झेलगी लॉकडाउन?
अमेरिका में H5N1 बर्ड फ्लू से संक्रमित 47 लोगों के बाद अब कनाडा में इसका पहला मामला सामने आया है। यहां एक किशोर गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक पिछले साल इसके कुल संक्रमित मामलों में से आधे से अधिक मरीजों की स्थिति घातक थी। हालांकि अभी तक इसके इंसान से इंसान में फैलने का कोई मामला सामने नहीं आया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में H5N1 बर्ड फ्लू का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया। संक्रमण की चपेट में आने की वजह से एक किशोर की हालत बेहद गंभीर है। यह कनाडा में H5N1 बर्ड फ्लू का पहला मामला है। हालांकि यह वायरस किशोर तक कैसे पहुंचा... अभी तक इसका पता नहीं चला है।
ब्रिटिश कोलंबिया प्रांतीय स्वास्थ्य अधिकारी बोनी हेनरी ने बताया कि किशोर सांस लेने की समस्या से जूझ रहा है। अधिकारी इस बात से हैरान है कि किशोर न तो खेत गया और न ही मुर्गी आदि के संपर्क में आया। अब सवाल यह है कि वह इस खतरनाक वायरस के चपेट में कैसे आया।
बोनी हेनरी के मुताबिक किशोर पक्षियों के संपर्क में नहीं था। मगर कुत्ते और बिल्लियों के साथ रहा है। मगर जांच में इन जानवरों में वायरस नहीं मिला है। स्वास्थ्य टीम अब किशोर के संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों की तलाश में जुट गई है। सवाल यह भी उठने लगा है कि क्या यह वायरस भी एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल सकता है। अगर ऐसा हुआ तो क्या दुनिया को दोबारा लॉकडाउन देखना पडेगा। आइए जानते है विशेषज्ञों की राय...
विशेषज्ञ ने जताई यह चिंता
आरआई में ब्राउन यूनिवर्सिटी के महामारी केंद्र की निदेशक जेनिफर नुजो का कहना है कि स्थिति भयावह है। यह वायरस अब तक हमने जो देखा उससे बहुत कम घातक है। मगर लंबे समय में यह COVID-19 समेत किसी भी महामारी की तुलना में अधिक घातक हो सकता है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी चिंता यह है कि इससे संक्रमित किशोर बेहद गंभीर है। दूसरी चिंता यह है कि हमें समझ नहीं आ रहा है कि किशोर कैसे संक्रमित हुआ?
अमेरिका में कुल 47 मामले
कनाडा में अभी तक मवेशियों में H5N1 का पता नहीं चला है। हालांकि मुर्गियों में यह वायरस मिल चुका है। 2022 से अमेरिका में 47 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 25 डेयरी कर्मचारी, 21 पोल्ट्री कर्मचारी और एक अन्य मामला शामिल है। यह वायरस आमतौर पर पक्षियों और मुर्गियों में पाया जाता है। इस वायरस के बारे में पहली बार 1966 में पता चला।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 2020 में इस वायरस का नया रूप उभरा। यह तेजी से पूरे एशिया, अफ्रीका और यूरोप में फैल गया। 2021 में उत्तरी अमेरिका और 2022 में मध्य और दक्षिण अमेरिका तक पहुंच चुका है।