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कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों ने एक और हिंदू मंदिर को बनाया निशाना, CCTV कैमरे में कैद हुई वारदात

कनाडा में शनिवार देर रात खालिस्तान जनमत संग्रह के पोस्टर के साथ चरमपंथी तत्वों ने एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की। यह घटना ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में घटी है। ऑस्ट्रेलिया टुडे द्वारा साझा किए गए वीडियो में दो नकाबपोश लोगों को पोस्टर चिपकाते हुए दिखाया गया है। मंदिर के गेट पर लगे पोस्टर में खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख और नामित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की तस्वीर लगाई गई थी

By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Sun, 13 Aug 2023 12:47 PM (IST)
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कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के एक हिंदू मंदिर को खालिस्तानी समर्थकों ने निशाना बनाया। (फोटो सोर्स: एएनआई)
ओटावा, एएनआई। कनाडा में एक बार हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया। ऑस्ट्रेलिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में शनिवार देर रात खालिस्तान जनमत संग्रह (Khalistan referendum posters) के पोस्टर के साथ चरमपंथी तत्वों ने एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की।

मंदिर पर  लगाई गई थी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की तस्वीर

ऑस्ट्रेलिया टुडे द्वारा साझा किए गए वीडियो में दो नकाबपोश लोगों को पोस्टर चिपकाते हुए दिखाया गया है। मंदिर के गेट पर लगे पोस्टर में खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख और नामित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की तस्वीर लगाई गई थी, जो इस साल जून में मारा गया था। हाल ही में कनाडा के हिंदू मंदिर पर हमले के कई मामले सामने आए हैं। सीसीटीवी फुटेज के जरिए यह जानकारी सामने आई है। 

अप्रैल में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में की गई थी तोड़फोड़

इस साल अप्रैल में कनाडा के ओंटारियो के विंडसर में मौजूद बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर (BAPS Swaminarayan temple) में तोड़फोड़ की गई थी।

इससे पहले फरवरी में कनाडा के मिसिसॉगा में राम मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। मंदिरों पर हो रहे हमले की कड़ी निंदा करते हुए टोरंटो में मौजूद भारतीय दूतावास ने कनाडा के अधिकारियों से इन घटनाओं की जांच करने और अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने का अनुरोध किया।

जनवरी में गौरी शंकर मंदिर पर हुआ था हमला

इस साल जनवरी महीने में ब्रैम्पटन में मौजूद एक गौरी शंकर मंदिर पर खालिस्तानी समर्थकों ने कुछ चित्र लगाए थे, जिससे भारतीय समुदाय में आक्रोश फैल गया। कनाडा में मौजूद भारतीय दूतावास ने कहा था कि इस कृत्य से कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है।