Move to Jagran APP

India Canada Row: 'हम शुरू से ही इस बारे में...', पन्नू की हत्या की साजिश को लेकर PM ट्रूडो ने अलापा पुराना राग

कनाडा के बाद अमेरिका ने भी एक भारतीय व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगाया है। बुधवार को अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा है कि एक 52 साल के निखिल गुप्ता ने भारतीय सरकारी कर्मचारी के साथ काम किया था। वहीं पीएम ट्रूडो ने आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत को लेकर कनाडा के द्वारा किए जा रहे जांच में सहयोग करने की बात को फिर दोहराई है।

By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Thu, 30 Nov 2023 12:23 PM (IST)
Hero Image
खालिस्तान समर्थक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत को लेकर पीएम ट्रूडो ने एक बार फिर बयान दिया है।(फोटो: जागरण)

एएनआई, ओटावा। India Canada Row। भारत के खिलाफ कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जहर उगल रहे हैं। एक तरफ जहां वो भारत पर बेबुनियाद आरोप गढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पीएम ट्रूडो भारत सरकार से कनाडा सरकार द्वारा किए जा रहे आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत की जांच में साथ देने का अनुरोध कर रहे हैं।

पीएम ट्रूडो ने खालिस्तान समर्थक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत को लेकर कनाडा के द्वारा किए जा रहे जांच में सहयोग करने की बात को फिर दोहराई है।

अमेरिका ने क्या लगाए आरोप?

दरअसल, अमेरिका ने एक भारतीय व्यक्ति पर खालिस्तान समर्थन आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। बुधवार को अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा है कि एक 52 साल के व्यक्ति निखिल गुप्ता ने भारतीय सरकारी कर्मचारी के साथ काम किया था, जिसकी जिम्मेदारियों में सुरक्षा और खुफिया जानकारी शामिल थी। उसने सिख संप्रभु राज्य की वकालत करने वाले शख्स की हत्या की साजिश रची थी। वह न्यूयॉर्क शहर का रहने वाला था।

हालांकि, अमेरिका ने साफ तौर पर यह नहीं कहा कि निखिल गुप्ता ने ही आतंकी पन्नू की हत्या की, लेकिन सारी कड़ियां उसी से जोड़ दी। 

भारत को इस मुद्दे को गंभीरता से लेने की जरूरत: पीएम ट्रूडो

पत्रकारों से बात करते हुए पीएम ट्रूडो ने कहा, "अमेरिका से आ रही खबरें इस बात को और रेखांकित करती हैं कि हम शुरू से ही इस बारे में बात कर रहे हैं। भारत को इस मुद्दे को गंभीरता से लेने की जरूरत है।"

सीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा, "भारत सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए हमारे साथ काम करने की जरूरत है कि हम इसकी तह तक पहुंच रहे हैं। यह कोई ऐसी चीज नहीं है जिसे कोई हल्के में ले सकता है।"

हालांकि, कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा कि वह अमेरिकी आपराधिक मामले पर टिप्पणी नहीं करेंगी, क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि भारत हमारे साथ सहयोग करेगा।

यह भी पढ़ें: India Canada Row: भारत को लेकर जस्टिन ट्रूडो का एक और बयान, कहा- " इंडिया को कनाडा के आरोपों को गंभीरता से लेना चाहिए'