खालिस्तान समर्थक पन्नू ने फिर उगला भारत के खिलाफ जहर, कनाडा में हिंदुओं को देश छोड़ने की दी धमकी
खालिस्तान समर्थक और कट्टरपंथी संगठन सिख फार जस्टिस (एसएफजे) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अब भारत के खिलाफ जहर उगला है। पन्नू ने भारतीय-कनाडाई हिंदुओं को धमकाते हुए उन्हें देश छोड़ने के लिए कहा है। पन्नू ने कहा” भारत-कनाडाई हिंदुओं आपने कनाडा और कनाडाई संविधान के प्रति अपनी निष्ठा को अस्वीकार कर दिया है। आपकी मंजिल भारत है। कनाडा छोड़ो भारत जाओ।
By Jagran NewsEdited By: Prince SharmaUpdated: Thu, 21 Sep 2023 07:00 AM (IST)
टोरंटो, आइएएनएस। खालिस्तान समर्थक और कट्टरपंथी संगठन सिख फार जस्टिस (एसएफजे) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अब भारत के खिलाफ जहर उगला है। पन्नू ने भारतीय-कनाडाई हिंदुओं को धमकाते हुए उन्हें देश छोड़ने के लिए कहा है।
भारत में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन एसएफजे के कानूनी सलाहकार पन्नू का यह नफरती वीडियो बुधवार को सामने आया। 45 सेकेंड की इस वीडियो क्लिप में पन्नू ने कहा,” भारत-कनाडाई हिंदुओं, आपने कनाडा और कनाडाई संविधान के प्रति अपनी निष्ठा को अस्वीकार कर दिया है। आपकी मंजिल भारत है। कनाडा छोड़ो, भारत जाओ।” अलगाववादी संगठन के नेता ने कहा कि खालिस्तान समर्थक सिख हमेशा कनाडा के प्रति वफादार रहे हैं।
उन्होंने हमेशा कनाडा का पक्ष लिया है और यहां के कानूनों और संविधान का पालन किया है। बता दें कि पन्नू पर पंजाब में 22 आपराधिक मामले दर्ज हैं। पन्नू ने वीडियो में घोषणा की कि खालिस्तान के समर्थन के लिए एक और जनमत संग्रह 29 अक्टूबर को कनाडा में होगा और इसमें मतदाताओं से पूछा जाएगा कि क्या जून में निज्जर की हत्या के लिए भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा जिम्मेदार थे।
25 सितंबर को होगा प्रदर्शन
उसने कहा कि 25 सितंबर को ओटावा, टोरंटो और वैंकूवर में भारतीय वाणिज्य दूतावासों के समक्ष विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। पन्नू ने कहा कि हम भारतीय वाणिज्य दूतावासों को काम करने की अनुमति नहीं देंगे और हम कनाडाई सरकार पर उन व्यक्तियों के नाम बताने के लिए दबाव डालेंगे जो हत्या के लिए ज़िम्मेदार हैं। एसएफजे ने कहा है कि वह उच्चायुक्त वर्मा को निष्कासित करने की भी मांग करेगा।पंजाब और हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने चंडीगढ़ में पंजाब विश्वविद्यालय से कानून स्नातक पन्नू के खिलाफ धमकियों और शांति, स्थिरता और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के प्रयास को लेकर अलग-अलग एफआइआर दर्ज की हैं।India Canada Row: निज्जर मामले में अलग-थलग पड़ा कनाडा, फाइव आइज से झटका मिलने के बाद बदले अपने सुर