'ये देश हमारा है, गोरे इंग्लैंड जाओ...', अब कनाडावासियों को धमकी देने लगे खालिस्तान समर्थक; क्या करेंगे ट्रूडो?
कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने कनाडावासियों को ही धमकी देनी शुरू कर दी है। वीडियो में एक खालिस्तान समर्थक कह रहा है कि कनाडा उनका है गोरे (श्वेत) लोगों को इंग्लैंड या यूरोप चले जाना चाहिए। वीडियो में देखा जा सकता है कि खालिस्तान समर्थक लोगों ने एक जुलूस निकाला है। कैमरे के पीछे से एक व्यक्ति लगातार कह रहा है कि कनाडा हमारा देश है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कनाडा में खालिस्तान समर्थकों (Khalistan) ने अब सारी हदें पार कर दी है। जिस देश ने उन्हें रहने के लिए जगह दिया, वहां के नागरिकों को ही अब खालिस्तानी आतंकी धमकियां दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक खालिस्तान समर्थक कह रहा है कि कनाडा उनका है, गोरे (श्वेत) लोगों को इंग्लैंड या यूरोप चले जाना चाहिए। वीडियो में देखा जा सकता है कि खालिस्तान समर्थक लोगों ने एक जुलूस निकाला है। कैमरे के पीछे से एक व्यक्ति लगातार कह रहा है कि कनाडा हमारा देश है।
वायरल वीडियो पर मचा बवाल
दो मिनट के वायरल वीडियो में खालिस्तान समर्थकों ने कनाडाई लोगों को ‘घुसपैठिया’ कहा है। इस वीडियो को एक शख्स ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, "खालिस्तानी सरे बीसी में मार्च करते हैं और दावा करते हुए लोग दावा कर रहे हैं कि वो कनाडा के मालिक हैं और गोरे लोगों को यूरोप और इजराइल वापस चले जाना चाहिए”। हम इन लोगों को अपनी विदेश नीति को आकार देने की अनुमति कैसे दे रहे हैं?"Khalistanis march around Surrey BC and claim “we are the owners of Canada” and “white people should go back to Europe and Israel”.
— Daniel Bordman (@DanielBordmanOG) November 13, 2024
How are we allowing these r*tards to shape our foreign policy? pic.twitter.com/9VmEnrVlGP
ट्रूडो सरकार की बढ़ी चिंता
इस घटना ने खालिस्तान समर्थकों का साथ देने वाले ट्रूडो सरकार की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल, पीएम जस्टिन ट्रूडो की अगुआई में कनाडा सरकार ने खालिस्तान समर्थकों को सुरक्षा प्रदान की है। अब जो लोग कनाडा में जाकर बस गए हैं और खुद का खालिस्तान समर्थक बता रहें हैं उन्हीं लोगों ने कनाडा सरकार की चिंता बढ़ा दी है।
दरअसल, कनाडा में खालिस्तान समर्थक बेलगाम हो चुके हैं। देश के सभी पहलुओं पर ये लोग अपना ‘कब्जा' करने की कोशिश कर रहे हैं।
भारत ने जब-जब कनाडा से खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है, वहां की सरकार भारत की बात को नजरअंदाज कर देती है। वहीं, कनाडा की सरकार उल्टा खालिस्तान समर्थकों की हत्या का झूठा इल्जाम भारत पर गढ़ देती है।