रिकार्ड तोड़ गर्मी से तप रहे कनाडा और अमेरिका, लू से आम जनजीवन अस्तव्यस्त, स्कूल-कालेज बंद, वैक्सीन सेंटरों पर सन्नाटा
दुनियाभर में जलवायु परिवर्तन का असर कहर बनकर लोगों पर टूटने लगा है। ठंडे वातावरण के अभ्यस्त कनाडा और अमेरिका के लोग इन दिनों रिकार्डतोड़ गर्मी और बदन झुलसा देने वाली लू से हलकान हैं। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में तो हाल-बेहाल है।
By Bhupendra SinghEdited By: Updated: Wed, 30 Jun 2021 04:52 AM (IST)
टोरंटो, एजेंसी। दुनियाभर में जलवायु परिवर्तन का असर कहर बनकर लोगों पर टूटने लगा है। ठंडे वातावरण के अभ्यस्त कनाडा और अमेरिका के लोग इन दिनों रिकार्डतोड़ गर्मी और बदन झुलसा देने वाली लू से हलकान हैं। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में तो हाल-बेहाल है। यहां पारा सारे रिकार्ड तोड़ते हुए 46.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। कोविड सेंटर सुनसान पड़े हैं। स्कूल-कालेज तक को बंद करना पड़ा है। उत्तर-पश्चिम अमेरिका के शहरों में कुछ इसी तरह के हालात हैं।
कनाडा में गर्मी ने 84 साल पहले का तोड़ा रिकार्डकनाडा मौसम विभाग के अनुसार गर्मी ने 84 साल पहले का रिकार्ड तोड़ दिया है। कनाडा में जब कोरोना की पाबंदियों में ढील दी जा रही है और लोग रेस्तरां, समुद्र तटों और पार्को में जाना चाहते हैं, तपते वातावारण ने उन्हें घरों में ही कैद होने के लिए मजबूर कर दिया है। वैंकूवर के वकील क्रिस जानसन ने कहा कि इस बार कनाडा भारत जैसा लग रहा है। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में 46.6 डिग्री सेल्सियस पहुंचा। ब्रिटिश कोलंबिया के साथ ही विक्टोरिया, कमलूप्स, केलोना सहित कई शहरों का यही हाल है। यहां स्कूल-कालेज बंद कर दिए गए हैं।
झुलस रहे हैं अमेरिकी शहरकनाडा ही नहीं उत्तर-पश्चिम अमेरिका के पोर्टलैंड, इडाहो, ओरेगन और पूर्वी वाशिंगटन भी भीषण गर्मी से तप रहे हैं। पोर्टलैंड में सोमवार को पारा 47 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया। वहीं, समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार सालेम शहर में तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। 1890 में तापमान की गणना शुरू होने के बाद यह सबसे ज्यादा है।
अमेरिका में बिजली कटौतीइडाहो, ओरेगन और पूर्वी वाशिंगटन, न्यूयार्क समेत कई शहरों में भीषण गर्मी के चलते बिजली की खपत बढ़ गई है, जिसके चलते बिजली कटौती करनी पड़ रही है। इन क्षेत्रों में बिजली सप्लाई करने वाले अविस्टा कार्पोरेशन को बिजली सप्लाई को रोटेट करना पड़ रहा है। कंपनी का कहना है कि उसके इतिहास में पहली बार यह व्यवस्था करनी पड़ी है। अलग-अलग क्षेत्रों में घंटों बिजली कटौती करनी पड़ रही है, ताकि एक साथ पूरे इलाके की बिजली न चली जाए।
40 वर्षों में ऐसी गर्मी नहीं देखीपेनसिल्वेनिया में स्टेट कालेज के मौसम विज्ञानी पाल वाकर ने कहा कि उन्होंने 40 वर्षों में ऐसी गर्मी नहीं देखी। बोस्टन, नेवार्क और न्यूयार्क शहर भी भीषण गर्मी से बेहाल हैं। लोग पालतू जानवरों को आइस पैक से ठंडा करते, पक्षियों को पानी की ट्रे में रखकर फोटो शेयर कर रहे हैं।जलवायु परिवर्तन का असरएपी के अनुसार गैर-लाभकारी बर्कले अर्थ के विज्ञानी जेके हासफादर ने कहा है कि यह जलवायु परिवर्तन का असर है।